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देवासः शासकीय स्कूल में सुविधाओं के अभाव में टेंट के नीचे पढ़ाई करने को मजबूर बच्चे

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Jul 3, 2019

सुरेश- मध्यप्रदेश में सरकार के साथ व्यवस्था बदलने की बात की जा रही, तो सरकारी स्कूलों में व्यवस्थाओं का एक नजारा देख कर आप अंचम्भित जरूर होगें। मामला मध्यप्रदेश के देवास जिले का है, जहाँ जिला मुख्यालय से लगभग 90 किलोमीटर दूर डोकर खेड़ा गांव में संचालित सरकारी स्कूल (शासकीय  माध्यमिक स्कूल डोकर खेड़ा) का है। डोकरखेड़ा गांव में टेन्ट में संचालित स्कूल यहाँ छठी से लेकर आठवीं तक के बच्चे कई सालों से टेंट के नीचे पढ़ाई कर रहे हैं।

स्कूल बिल्डिंग सारा पैसा सरपंच एवं मंत्री डकार गये

शासकीय माध्यमिक विद्यालय डोकर खेड़ा जन शिक्षा केंद्र शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अमला ताज के अंतर्गत आता है। इस स्कूल में कुल छठी से आठवीं तक छात्र  छात्राएं सहित 59 बच्चे पढ़ाई करते हैं, जिसमें 2 टीचर एवं एक अतिथि शिक्षक हैं। स्कूल की बिल्डिंग 2007 में बनी थी। खिड़की दरवाजे एवं दीवार खड़ी करने के बाद आज तक स्कूल का छत नहीं भरा गया। सारा पैसा सरपंच एवं मंत्री डकार गए। ग्रामीणों ने बताया कि जिस सरपंच के कार्यकाल में यह बिल्डिंग बनी थी, उस सरपंच की मौत हो चुकी है एवं मंत्री विक्रम सिंह नायक के खिलाफ इसी मामले को लेकर रिकवरी हुई थी। मंत्री को कुछ दिनों के लिए जेल भी जाना पड़ा था, लेकिन मिलीभगत के कारण फिर मंत्री बहाल हो गया।

ग्रामीणों द्वारा जनसुनवाई में भी कई बार शिकायत की गई

यह गांव वर्तमान देवास जिला प्रभारी शिक्षामंत्री जीतू पतवारी व पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री दीपक जोशी के क्षेत्र में आता है। ग्रामीणों ने बताया हम लोगों ने पद पर रहते हुए मंत्री जी को कई बार इस समस्या से अवगत करवाया, लेकिन मंत्री जी ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया। हमने  दिनांक 25.9.2014 को हेल्पलाइन एवं दिनांक 18.9.2018 को जनसुनवाई में ग्रामीणों द्वारा    शिकायत की, लेकिन अभी तक समस्या का निराकरण नहीं हो पाया है। भवन की खिड़की दरवाजे सड़ चुके हैं और दीवारें भी गिरने लग गई है। हमारे बच्चे सालों से टेंट के नीचे पढ़ाई  कर रहे हैं। बारिश के मौसम में पानी आने पर या तो छुट्टी कर दी जाती है या फिर पास के  निजी भवन में बच्चों को पढ़ाया जाता है। इतना ही नहीं बच्चों को टेंट के नीचे इतनी गर्मी में पढ़ाई करते हुए देखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि कितनी मुसीबतों से गुजर रहे हैं वो।

इस मामले में देवास कलेक्टर श्रीकांत पांडे ने कहा ऐसा बिल्कुल भी नहीं है, जिस गांव विशेष की बात की है, डोकर खेड़ा गांव में अगर कहीं कमी है तो उसे हम तत्काल दुरुस्त करवाएंगे। आप यह मामला संज्ञान में लाए हैं तो तत्काल कार्यवाही करेंगे। हां इसमें बिल्कुल तत्काल कार्यवाही करेंगे। एक-दो दिन में उन बच्चों की बैठने की उचित व्यवस्था करवाएंगे।