Loading...
अभी-अभी:

देवरी में पुलिस ने दिखाई गुंडागर्दी, निर्दोषों को बनाया निशाना!

image

Mar 26, 2018

प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा पिछले दिनों गुंडा गर्दी के खिलाफ अभियान चलाने के निर्देश के बाद पुलिस गुंडा तत्वों की बजाय बेकसूर लोगों पर गुंडागर्दी कर रही है। जिससे देवरी नगर में खासा तनाव उत्पन्न हो गया है। तनाव को देखते हुए गौरझामर, केसली पुलिस थानों से बल बुलाना पड़ा।

पुलिस ने निर्दोषों पर चलाए डंडे
बता दें सागर जिले के देवरी थाना क्षेत्र में पुलिस की गुंडागर्दी के नजारे आए दिन देखनेें को मिल रहे हैं। रविवार की रात्रि में पुलिस ने निर्दोषों पर डंडे चलाए जिसमें कांग्रेसी विधायक हर्ष यादव के निजी सचिव आशीष दुबे कोरियाई अभिषेक वर्मा ने डंडे से पीट दिया। इसके बाद दूसरा घटनाक्रम नगर के पटेल वार्ड में घटित हुआ जहां 108 एंबुलेंस के ड्राइवर मंदिर के पास बैठे थे तभी पुलिस ने डंडों से मारपीट कर दी। इस घटनाक्रम के बाद जनता में आक्रोश फूट पड़ा, रात्रि में सैकड़ों लोग विधायक हर्ष यादव के नेतृत्व में सड़क पर उतर आए और टीआई अभिषेक वर्मा को हटाने की मांग को लेकर नारेबाजी करने लगे।

टीआई अभिषेक वर्मा को किया लाइन अटैच
पुलिस थाने में भी जमकर पुलिस की गुंडागर्दी के विरोध में लोगों ने नारे लगाए देर रात्रि में SP सत्येंद्र शुक्ला के निर्देश पर एसडीओपी अजीत पटेल ने बढ़ते तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए टीआई अभिषेक वर्मा को लाइन अटैच कर दिया। विधायक हर्ष यादव की निजी सचिव आशीष दुबे ने बताया कि वह रात्रि में पुलिस चौकी के पार्किंग कंपाउंड में नगर पालिका द्वारा लगाए कुर्सियों पर अपने 4 मित्रों के साथ बैठ कर चाय पी रहे थे। इसी दौरान थाना प्रभारी अभिषेक वर्मा ने एक आरक्षक को भेजकर कंपाउंड से बाहर जाने को कहा, जिस पर आशीष ने कहा कि हम चाय पीकर बाहर चले जाएंगे लेकिन खाकी का तेवर दिखाते हुए टीआई अभिषेक वर्मा ने विधायक के निजी सचिव दुबे पर डंडों से प्रहार कर दिया जिससे उनके हाथ में गंभीर चोट आ गई। 

कांग्रेस कार्यकर्ता हुए एकत्रित
घायल आशीष दुबे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इलाज के लिए पहुंचा जहां सैकड़ों की संख्या में नगर के युवा और कांग्रेस कार्यकर्ता एकत्रित हो गए और पुलिस के विरोध में जमकर नारेबाजी करने लगे यह घटनाक्रम चल ही रहा था कि पुलिस के 2 आरक्षकों ने पृथ्वी वार्ड में एक निर्दोष पर डंडे बरसाना शुरू कर दिए। यह निर्दोष युवक राहुल पाठक 108 एंबुलेंस छिंदवाड़ा का चालक है। जो अष्टमी पूजन के लिए अपने घर के सामने बने मंदिर के पास खड़ा था। 

निर्दोष की मां ने लगाई न्याय की गुहार
पुलिस की पिटाई के बाद न्याय की गुहार लगाने के लिए राहुल पाठक की मां सरिता और बहन परिजनों के साथ पुलिस थाना पहुंचे और बार बार यह पूछते रहे कि मेरे बेटे का क्या कसूर था जिसे इतनी बेरहमी से पुलिस ने मारा है। क्या मुख्यमंत्री ने निर्दोषों को मारने का लाइसेंस दे दिया है कि बिना पूछे ही डंडे से मेरे बेटे की जमकर पिटाई कर दी। 

दो आरक्षकों के विरुद्ध मामला दर्ज करने की मांग
फरियादी राहुल पाठक द्वारा दो आरक्षकों के विरुद्ध मामला दर्ज करने की मांग की गई लेकिन पुलिस ने उनकी रिपोर्ट नहीं लिखी केवल शिकायती आवेदन ले लिया इसके बाद राहुल की मां सरिता ने विधायक और एसडीओपी को पुलिस की गुंडागर्दी की व्यथा सुनाई। इसके बाद नेशनल हाईवे 26 पर सैकड़ों की संख्या में लोगों ने पुलिस की गुंडागर्दी के विरोध में जुलूस निकाला और नारेबाजी करते हुए टीआई अभिषेक वर्मा को हटाने की मांग की।

मारपीट की घटना शर्मनाक है
जुलूस एसडीओपी कार्यालय पहुंचा जहां पर एसडीओपी अजीत पटेल ने SP सत्येंद्र शुक्ला से चर्चा के बाद टीआई अभिषेक वर्मा को लाइन अटैच करने के आदेश दिए तब कहीं मामला शांत हो सका। विधायक हर्ष यादव ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री ने पुलिस को गुंडा तत्वों पर अभियान चलाने के निर्देश दिए थे लेकिन देवरी की पुलिस निर्दोषों पर डंडे चला रही है जिससे आम आदमी असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। देवरी थाना प्रभारी द्वारा निर्दोषों के साथ मारपीट की घटना शर्मनाक है जिसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है।