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दमोहः देवेंद्र चौरसिया हत्याकांड मामले में मुख्य आरोपियों को पुलिस नहीं कर रही गिरफ्तार

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Apr 24, 2019

अकीब खान- दमोह जिले के हटा में बसपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए देवेंद्र चोरसिया की 15 मार्च को निर्मम हत्या कर दी गई थी। हत्याकांड से जुड़े आरोपियों की गिरफ्तारी करने में पुलिस नाकाम साबित हो रही है। अभी तक पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठे हुई है और कार्यवाही करने से कतरा रही है। वहीं पीड़ित परिवार दहशत में है और कार्यवाही करने की मांग कर रहे है।

पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी उठ रही उंगली

बहरहाल इस पूरे घटना क्रम पर नजर डाली जाए तो कड़े सवाल पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर खड़े हो रहे हैं। इसी घटना को लेकर चुनाव आयोग ने दमोह एसपी रहे राघवेंद्र वेलवंशी को बदला। इसके उपरांत दमोह पुलिस कप्तान विवेक सिंह को पन्ना से दमोह बुलाकर दमोह जिले की कमान सौंपी गई। लेकिन अभी तक इस घटना से जुड़े मुख्य आरोपी गोविंद सिंह और इन्द्रपाल पटेल पुलिस गिरफ्त से कोसों दूर हैं।

प्रशासन को दिया तीन दिन का अल्टीमेटम, गिरफ्तार नहीं होने पर पीड़ित परिवार करेगा आंदोलन

देवेंद्र चोरसिया हत्याकांड के आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से नाराज पीड़ित परिवार ने एसडीएम के माध्यम से एक ज्ञापन प्रशासन को सौंपा है। पीड़ित परिवार ने आरोपियों से जान का खतरा बताते हुए पुलिस पर भी मिलीभगत का आरोप लगाया है। कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया के बेटे सोमेश चौरसिया सहित मंगलवार को हटा एसडीएम कार्यालय पहुंचे। सोमेश चौरसिया ने प्रशासन के समक्ष अपनी मांग रखते हुए कहा कि पथरिया बसपा विधायक रामबाई के पति गोविंद सिंह और भाजपा जिला पंचायत अध्यक्ष शिवचरण पटेल के बेटे इन्द्रपाल पटेल को पुलिस हत्या के 48 दिन बाद भी गिरफ्तार नहीं कर पाई है। जिससे मैं और मेरा परिवार भयग्रस्त है। पुलिस प्रशासन यदि तीन दिवस के अंदर आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करती है तो हम सभी परिवार के लोग धरना प्रदर्शन करेंगे। पुलिस लगातार समय मांग रही है और कार्यवाही करने से बच रही है।

कांग्रेस के आलाकमान इस घटना को लेकर खुलकर सामने नहीं आ रहे

कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया हत्या कांड की गूंज समूचे एमपी में गूंज रही है। लोकसभा चुनाव भी चल रहे हैं ऐसे में कांग्रेस में शामिल होते ही देवेंद्र चौरसिया की निर्मम हत्या के बाद चर्चाओं का बाजार भी गर्म है और कांग्रेस के आलाकमान इस घटना को लेकर खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं। दरअसल उन्हें चुनाव का डर भी सता रहा है क्योंकि इस घटना में बसपा की एमएलए रामबाई का परिवार और भाजपा के शिवचरण पटेल का बेटा शामिल है। अब ऐसे में देखना होगा कि पीड़ित परिवार की प्रशासन से गुहार लगाने के बाद पुलिस प्रशासन आरोपियों को कब तक अपनी गिरफ्त में लेकर पीड़ित परिवार को न्याय दिला पाता है।