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झाबुआः मेघनगर में नहीं बन पा रहा है ग्रामीणों का आधार कार्ड

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Jun 19, 2019

दशरथ सिंह कट्ठा- देश में केंद्र व राज्य सरकार द्वारा व्यक्ति की पहचान बताने का सबसे बड़ा स्तम्भ आधार कार्ड को माना है, लेकिन बात करे मेघनगर भारतीय स्टेट बैंक की तो यहां आसपास के एक सौ ग्यारह गांव के ग्रमीणों को आधार कार्ड बनाने के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ रही है। मेघनगर SBI ब्रांच में आए दिन आधार कार्ड के लिए लाइन लगाने व फार्म को लेकर मारपीट एवं छीना झपटी भी हो जाती है। सरकार द्वारा हमेशा दावे किए जाते हैं कि वह ग्रामीण क्षेत्र की जनता को बेहतर सुविधा देगी लेकिन स्थिति इसके विपरीत नजर आ रही है।

स्कूलों में एडमिशन कराने के लिए आधार कार्ड की मांग पूरा नहीं कर पा रहे ग्रामीण

अपनी आइडेंटिटी बताने का मुख्य स्तम्भ आधार कार्ड को लेकर मेघनगर एसबीआई ब्रांच में ग्रामीणों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा। स्कूल सत्र कुछ ही दिनों में प्रारंभ होने को है, जिसको लेकर ग्रामीण अपने बालक बालिकाओं को एडमिशन कराने के लिए आधार कार्ड की मांग कर रहे हैं। ग्रामीण काफी लंबा सफर तय कर एसबीआई मेघनगर ब्रांच में आते हैं, लेकिन 8 से 10 दिनों के प्रयास के बाद भी ग्रमीणों को आधार कार्ड बनाने के लिए फॉर्म तक नहीं मिल पा रहा है।

पत्रकारों के हस्ताक्षेप के बाद आधार कार्ड के फॉर्म बांटना आरंभ हुआ

आधार कार्ड को लेकर ग्रामीणों की शिकायत के बाद पत्रकार एसबीआई बैंक पहुंचे। जिसके बाद ब्रांच हरकत में आया और आधार कार्ड के फॉर्म बांटना प्रारंभ किए गए। फॉर्म लेने के लिए बैंक के मुख्य द्वार पर भगदड़ मच गई। फार्म लेने की जद्दोजहद में फार्म को फाड़ भी दिए गए। वहीं स्टेट बैंक मैनेजर का कहना है कि आधार कार्ड बनाने को लेकर अन्य बैंक की ब्रांचों ने आधार कार्ड बनाना बंद कर दिए हैं। जिससे मेघनगर स्टेट बैंक में भारी भीड़ आती है जिससे बैंक आधार कार्ड व अन्य व्यवस्थाएं चरमरा गई है।