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डॉक्टरों की हडताल में इलाज के अभाव में हो गयी मासूम की मौत

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Jul 3, 2018

बुंदेलखंड प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं पूर्व कृषि मंत्री डॉक्टर रामकृष्ण कुसमरिया के पुत्र द्वारा अपने एक दर्जन साथियों के साथ देर रात जिला अस्पताल में की गयी शराबखोरी के कारण जिला अस्पताल के डॉक्टर एवं नर्स हडताल पर चले गये इस दौरान इलाज के लिये जिला अस्पताल लाये गये एक मासूम की मौत इलाज के अभाव में हो गयी, अब प्रश्न यह उठता है कि इस मौत का जिम्मेदार किसे माना जाये, शराब खोरी करने वालों को या हडताल कर रहे डॉक्टर या नर्सों को।

जिला अस्पताल में बीती रात एक ग्राम से डिलेवरी के लिये एक महिला को जिला अस्पताल रिफर किया गया, जब नर्से प्रसूता कक्ष में महिला का प्रसव करवा रही थी तभी किसी बात को लेकर बुंदेलखंड प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं पूर्व कृषि मंत्री डॉ रामकृष्ण कुसमरिया के पुत्र राजेन्द्र उर्फ रामू कुसमरिया अपने साथियों के साथ घुसने का प्रयास करने लगे इसी बीच जब नर्सो ने उन्हें अंदर आने से मना किया तो वो गाली गलौच सहित मारपीट पर उतारू हो गये, जब तक गार्ड उन्हें रोकते वो वहां हंगामा खडा कर बैठे।

नर्सों ने थाने में करवाई रिपोर्ट दर्ज
इस हंगामे के बाद रामू कुसमरिया अपने साथियों के साथ वहां से भाग गया लेकिन नर्सो ने इसकी रिपोर्ट कोतवाली पुलिस थाना में दर्ज करवाई लेकिन पुलिस का रवैया भी लचर रहा और एक आवेदन लेकर खानापूर्ति कर ली गयी। इसके दूसरे दिन जब जिला अस्पताल के डॉक्टरों को इसकी जानकारी लगी तो उन्होने कामबंद हडताल शुरू कर दी। 

मासूम की मौत का जिम्मेदार कौन
डॉक्टर एवं नर्स कामबंद हडताल कर जिला अस्पताल के बाहर जमा हो गयी और जिला अस्पताल में मरीजों को इलाज देने को कोई मौजूद नहीं रहा अब मरीज अपने इलाज के लिये कभी इससे तो कभी उससे अपनी गुहार लगाते नजर आये, इसी बीच बटियागढ ग्राम से अपने पुत्र सूरज का इलाज कराने पहुंचे दंपत्ति को यहां वहां भटकना पडा और अंत में इस मासूम की मौत हो गयी, आखिर इस मासूम की मौत का जिम्मेदार किसे माना जाना चाहिये इसका जबाब किसी के पास नहीं था।

गलती स्वीकार करने से बचता रहा प्रशासन
हडताल कर रहे डॉक्टर जहां अपनी गलती स्वीकार करने से बचते रहे वहीं प्रशासन के आलाधिकारी भी मासूम की मौत के बाद खामोश बैठे हुये है, आखिर प्रदेश में हो क्या रहा है इसका जबाब किसी के पास नहीं है, मासूम की मौत का जिम्मेदार किसे माना जाये उसे जो शराब के नशे में डाक्टर व नर्सों से बदसलूकी करे या उसे जो इस घटना के बाद अपने कर्तव्य के प्रति जिम्मेदार ना होकर इलाज ना करे।