Aug 30, 2018
अमित निगम - रतलाम राजवंश की कई इमारत (धरोहर) रतलाम सहित अंचल में भी जर्जर अवस्था में खड़ी है सोमवार की रात ग्राम सुखेड़ा में महल का एक हिस्सा गिरने से पूर्व राजमाता की मौत हो गई थी। अगर रतलाम राजवंश के रणजीत विलास पैलेस को देखें तो वह भी चारों तरफ से जर्जर अवस्था में खड़ा है जिसके आसपास और नीचे कई शासकीय कार्यालय एवं अन्य दुकानें संचालित हो रही है अगर समय पर रहते इन इमारतों को संरक्षित नहीं किया गया तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
उल्लेखनीय है कि राजवंश की अधिकांश संपत्ति पर भू माफियाओं ने कब्जा जमा लिया है और जो बची खुची संपत्ति बची है उसमें सरकारी कार्यालय लग रहे हैं रणजीत विलास पैलेस में भी कई महत्वपूर्ण कार्यालय जैसे जिला आबकारी अधिकारी का कार्यालय नारकोटिक्स का कार्यालय कृषि विभाग उद्यानिकी विभाग का कार्यालय आदि संचालित हो रहे हैं समय-समय पर यहां पर छतों से प्लास्टर गिरने की भी घटनाएं हो चुकी है परंतु सभी जिम्मेदार मौन है।
आज विश्व विरासत पर भू माफियाओं की निगाहें लगी हुई है की काव्य खंडहर धराशाही हो और भूमाफिया उसे उन्हें पुणे दानों में कब चलें कई राजनीतिक सामाजिक सांस्कृतिक संगठनों के द्वारा आंदोलन के पश्चात भी प्रशासन राज्य शासन के द्वारा इस धरोहर की सुध नहीं ली जा रही है और ना ही इसको सरंक्षण में लिया जा रहा है आने वाले समय में निश्चिती कोई बड़े हादसे या दुर्घटना के बाद प्रशासन की नींद खुलेगी।