Loading...
अभी-अभी:

छिन्दवाड़ाः शहर के सौंदर्यीकरण व साफ सफाई में जुटा नगर निगम, नवाचार से अब ई-कचरे का सही तरीके से निपटान

image

Jan 23, 2020

शहर को स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में उच्चतम रैंक दिलाने के लिए नगर निगम छिंदवाडा शहर के सौंदर्यीकरण व साफ सफाई में जुटा हुआ है। शहर को साफ, स्वच्छ और सुन्दर बनाने एवं नागरिकों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए नगर निगम द्वारा नित नये प्रयास और नवाचार किये जा रहे हैं। अपशिष्ट प्रबंधन निश्चित रूप से केवल घरेलू कचरे से निपटने से अधिक है। छिंदवाड़ा जैसे विकासशील शहर में अपशिष्ट प्रबंधन सेवाओं के बारे में सोचे बिना टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल विकास के बारे में नहीं सोच सकते। इस परिप्रेक्ष्य में छिंदवाड़ा नगर निगम सूखा, गीला व घरेलू खतरनाक अपशिष्ट का शत-प्रतिशत प्रसंस्करण कर रहा है तथा नगर निगम ने निर्धारित मानदंडों के अनुसार इसके निपटान के लिए डोर-टू-डोर ई-कचरा इकट्ठा करने की एक अनूठी पहल की है। इस नवाचार से अब ई-कचरे का सही तरीके से निपटान किया जा रहा है और अतिरिक्त प्रदूषण को रोकने में भी मदद मिल रही है। नगर निगम के इस नवाचार की सर्वत्र सराहना की जा रही है ।

ई-कचरे मानव स्वास्थ्य व पर्यावरण के लिए हानिकारक

नगर निगम आयुक्त इच्छित गढ़पाले ने बताया कि ई-कचरे को इकट्ठा करने के लिये डोर-टू-डोर भेजे जा रहे वाहन ब्लैक बॉक्स से लैस हैं, जो छिंदवाड़ा के नागरिकों के लिये एक स्थायी समाधान है। नगर निगम ने इसके निपटान के लिए मेसर्स सुरीटेक्स प्राइवेट लिमिटेड, नागपुर के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये हैं। उन्होंने बताया कि इलेक्ट्रानिक कचरा से आशय किसी विद्युत या इलेक्ट्रानिक उपकरण से है जो पुराना, टूटा-फूटा, खराब या बेकार होने के कारण परित्यक्त हो या फेंक दिया गया हो। इसमें से कुछ चीजें पुनः प्रसंस्कारित की जा सकतीं हैं और अन्य चीजें पूर्णरूपेण कचरा होती हैं। दोनों ही तरह के इलेक्ट्रानिक कचरे जैविक रूप से नष्ट नहीं होते हैं। ई-कचरे के अनौपचारिक प्रसंस्करण से मानव स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पडता है और पर्यावरण प्रदूषित होता है। ई-कचरा हमारे किसी भी इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स सामान जैसे की कम्प्यूटर, टीव्ही, मॉनीटर, मोबाइल फोन, पीडीए, व्हीसीआर,सीडी प्लेयर, फैक्स मशीन, प्रिंटर इत्यादि से बनते हैं। अगर उनका सही तरीके से निपटान नहीं किया गया तो वे बहुत से खतरनाक पदार्थ जैसे की बेरीलियम, कैडमियम, मर्करी और लैड जैसे पदार्थ उत्पादित करते हैं। ये पदार्थ खुद विघटित नहीं होते और हमारे पर्यावरण के लिए एक बड़ा खतरा बनकर उभरते हैं, इसलिए इनका सही और समुचित रूप से रि-साइकल करना बहुत ही जरुरी है। विशेष पर्यावरण अपशिष्ट प्रबंधन सेवाएं इन दिनों तेजी से लोकप्रिय हो रही हैं और नागरिक जिम्मेदारियों को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। कचरे का सही तरीके से निपटान होने पर शहर में अतिरिक्त प्रदूषण को रोकने में मदद मिल रही है और बीमारी वाले कीटाणु पैदा होने की संभावनायें कम हुई हैं,जिससे लोगों के सार्वजनिक स्वास्थ्य में निश्चित ही सुधार रहेगा। छिंदवाड़ा जैसे विकासशील शहर में कचरा प्रबंधन सेवाओं के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण, स्वास्थ्य, स्वच्छता, अतिरिक्त आय आदि के नये आयाम स्थापित हो रहे हैं।