Mar 27, 2018
दुनिया भर में हिंदुस्तान का नाम रोशन करने वाली देश की बेटियां अब देश भक्ति और जनसेवा का संकल्प लेकर पुलिस महकमे में पूरे जज्बे के साथ आगे बढ़ रही है। इंदौर में पुलिस ट्रेनिंग काॅलेज में महिला नव आरक्षकों का कुछ ऐसा ही जज्बा देखने को मिला। मौका था नव आरक्षकों के दीक्षांत समारोह का, कैसे कठिन चुनौतियों को पार कर महिला नव आरक्षकों ने राष्ट्र सेवा की राह चुनी देखिये इस ख़ास ख़बर में -
मन में देश के लिए कुछ कर गुजरने का जज्बा और राष्ट्र सेवा का संकल्प लिए युवतियां कड़ी मेहनत के दम पर पुलिस महकमे का हिस्सा बनीं हैं। इंदौर में सोमवार को आयोजित नव आरक्षकों के दीक्षांत परेड समारोह में महिला सशक्तिकरण का नारा उस वक्त बुलंद होता हुआ नजर आया जब पुरूष नव आरक्षकों से ज्यादा महिला नव आरक्षकों ने राष्ट्र सेवा के लिए शपथ ली। इन युवतियों के लिए यहां तक पहुंचने की राह आसान नहीं थी। देवास की रहने वाली प्रीति अपने बच्चे के साथ दीक्षांत समारोह में पहुंची। प्रीति का कहना है कि पति और परिवार की मदद से ही वे यहां तक पहुंच सकी है। खुद उनके पति का सपना था कि उनकी पत्नी देश की सेवा करे और आज उनका सपना भी पूरा हो गया है।
कुछ ऐसी ही कहानी बड़वानी की रहने वाली आशा बर्डे की भी है। पिता के आकस्मिक निधन के बाद परिवार की जिम्मेदारी आशा पर आ गई लेकिन तमाम कठिनाईयों के बीच वे आज यह मुकाम हासिल कर पाई है।
महिला नव आरक्षकों के जज्बे और उनके जुनून को पुलिस विभाग के अधिकारियों ने भी सलाम किया है। दीक्षांत समारोह में मौजूद एडीजी ट्रेनिंग अशोक अवस्थी के मुताबिक पीटीसी में ट्रेनिंग लेने के बाद अब महिला नवआरक्षक अलग अलग जिलों में जिम्मेदारी संभालेंगी।