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भिंडः जिला शिक्षा केंद्र में वित्तीय अनियमितता का बड़ा मामला, बिना एक्सटेंशन के सैलरी के रूप में बांटे

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Nov 3, 2019

गिरिराज बोहरे - जिले के जिला शिक्षा केंद्र में वित्तीय अनियमितता का बड़ा मामला सामने आया है। मामले में 54 संविदा कर्मियों का बिना एक्सटेंशन के 19 महीने में लगभग एक करोड़ सत्तर लाख रुपए कर्मचारियों को सैलरी के रूप में बांट दिए गए। कलेक्टर छोटे सिंह को मामले की जानकारी लगते ही उन्होंने शिक्षा केंद्र के स्थापना विभाग में पदस्थ बाबू को तत्काल निलंबित कर अकाउंटेंट के विभागीय जांच के आदेश दे दिए हैं। दरअसल जिला शिक्षा विभाग में कर्मचारियों की कमी को पूरा करने के लिए संविदा आधार पर कर्मचारियों की नियुक्ति की जाती है। इन कर्मचारियों को एक समयावधि के लिए नियुक्त किया जाता है और समय अवधि बीत जाने पर या तो वह बाहर कर दिए जाते हैं या जरूरत के हिसाब से उनको एक्सटेंशन दिया जाता है।

कलेक्टर ने दिए अकाउंटेंट के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश

भिंड जिला शिक्षा विभाग में घोर लापरवाही सामने आई है। यहां पर जिले में पदस्थ 54 कर्मचारियों को मार्च 2018 के बाद उनकी सेवा अवधि समाप्त होने पर कोई एक्सटेंशन नहीं दिया गया, जबकि उनका वेतन लगातार आहरित किया जाता रहा। 2 महीने पहले कलेक्टर द्वारा विभाग की समीक्षा बैठक ली गई जिसमें कलेक्टर ने विभागीय अव्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए। लेकिन कर्मचारियों द्वारा लापरवाही बरतते हुए कलेक्टर के आदेश का पालन नहीं किया गया। जिसके बाद आज कलेक्टर द्वारा पुनः विभागीय समीक्षा की गई जिसमें संविदा कर्मियों को बिना एक्सटेंशन दिए वेतन दिए जाने की भारी वित्तीय अनियमितता कलेक्टर के संज्ञान में आते ही उन्होंने विभाग के बाबू पवन कुमार गुप्ता को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया। वहीं अकाउंटेंट के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश कलेक्टर ने दिए हैं।