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सेना के चार कर्मचारियों ने मूक बधिर महिला कर्मचारी के साथ किया दुराचार, डीआइजी ने दिया कार्यवाही का आश्वासन

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Oct 16, 2018

विकास सिंह सोलंकी - मिलिट्री हॉस्पिटल में एक मूकबधिर दिव्यांग महिला के साथ दुष्कर्म का सनसनीखेज मामला सामने आया है मामला पुणे महाराष्ट्र का है, लेकिन पीडिता मदद के लिए इंदौर पहुंची है यहाँ  मूकबधिर पुलिस हेल्पलाइन प्रभारी  पुरोहित दम्पति से महिला ने मदद की गुहार लगायी है डीआईजी को मामले की शिकायत करने के बाद डीआईजी ने मदद करने की बात कही है। पुणे के खिरकी  स्थित मिलिट्री हॉस्पिटल में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के तौर पर काम करने वाली महिला को सबसे पहले रैंक नायक  ने 2014 में डरा धमका कर अपनी हवस का शिकार बनाया इसकी शिकायत पीडिता ने एसएम्एस के माध्यम से हॉस्पिटल में ही काम करने वाले नर्सिंग असिस्टेंट से की नर्सिंग असिस्टेंट ने मदद करने का झांसा देकर खुद ने भी महिला को अपनी हवस का शिकार बना डाला।

एम्बुलेंस असिस्टेंट  ने बनाया हवस का शिकार

इसके बाद से लगातार दोनों महिला को अपनी हवस का शिकार बनाते रहे इसी दौरान हॉस्पिटल में ही काम करने वाले एक अन्य कर्मचारी और एम्बुलेंस असिस्टेंट  ने भी उसे अपनी हवस का शिकार बना डाला इसकी शिकायत जब पीडिता ने हॉस्पिटल प्रबंधन से की तो उसकी सुनवाई नहीं की गई पीडिता शादीशुदा थी, उसका 12 साल का एक बच्चा भी है लेकिन उसके पति की मौत होने के बाद से उसके साथ दुराचार की घटनाये लगातार बढती चली गयी नाईट शिफ्ट में काम करने वाली पीडिता ने जब अपनी शिफ्ट बदलने की मांग की तो उसकी शिफ्ट और विभाग भी नहीं बदला गया।

नहीं हुई पीड़िता की सुनवाई

अपने उपर बढ़ते अत्याचारों से परेशान पीडिता को इंदौर के पुरोहित दम्पति के बारे जानकारी लगी तो उसने जुलाई  में उनसे सम्पर्क किया सम्पर्क होने के बाद पुरोहित दम्पति ने पीडिता की बात रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और सेना प्रमुख जनरल व्ही.के. रावत तक पहुंचाई उन तक शिकायत होने के बाद मामले की विभागीय जाँच शुरू की गयी लेकिन अब तक पीडिता की कोई सुनवाई नहीं हुई।

डीआईजी मिश्र ने दिया कार्यवाही का आश्वासन

इसके बाद अब इन्साफ की गुहार लगाने  पीडिता मदद के लिए पुणे से इंदौर पहुँच गयी यहाँ उसने पुरोहित दम्पति से मुलाकात कर डीआईजी हरीनारायण चारी मिश्र से पीडिता से मुलाकात कर डीआईजी मिश्र ने उसे पुणे जाकर वहां के आला पुलिस अधिकारियो से से बात करवाने को कहा है वहां पीडिता की शिकायत दर्ज नहीं होने की स्थिति में उसकी शिकायत की इंदौर में जीरो पर कायमी करने का आश्वासन डीआईजी मिश्र ने दिया है।

इंदौर में मदद की गुहार लगाने पहंची महिला

सेना के जवानो और अधिकारियो की जिमेम्दारी देश की जनता की रक्षा करने की है लेकिन जब सेना के ही कर्मचारी इस तरह की हरकत करने लग जाए तो सुरक्षा को लेकर किस पर विशवास किया जाए पीडिता दिव्यांग है, इस वजह से कई स्थानों पर उसकी बात को ही नहीं समझा जा रहा पुणे में उसके लिए बुलाये गए सांकेतिक भाषा के जानकार  ने भी उसकी समस्या को पूरी तरह से सामने नहीं रखा इसी वजह से अब वह सैकड़ो किलोमीटर दूर इंदौर में मदद की गुहार लगाने पहंची है यहाँ उम्मीद है कि उसे मदद जरूर मिल जाएगी।