Oct 23, 2018
धर्मेन्द्र शर्मा - ग्वालियर में अपनी एक अलग पहचान रखने वाला शहर का हृदय स्थल महाराज बाड़ा किसी जमाने में अपनी सुंदरता और अपनी इटालियन शैली में बनी इमारतों के कारण जाना जाता था लेकिन रख रखाव के आभाव में इन इमारतों की रंगत खोती जा रही है सबसे ज्यादा असर स्टेट काल में बनाई गई जीवाजी राव सिंधिया की छत्री का हाल बेहाल है इसका निर्माण माधवराव सिंधिया प्रथम ने कराया था छत्री के आसपास बनी पार्क से लेकर जीवाजी राव सिंधिया की प्रतिमा और उसके बाहर इटालियन शैली में बने ढांचे में जगह-जगह दरारें पढ़ रही है साथ ही छत्री अपने वास्तविक स्वरूप को खोती जा रही है।
महाराज बाड़ा पर बनी इस छत्री की बदहाली को लेकर समाजसेवीओं ने कई बार इसकी शिकायत शासन से लेकर नगर निगम तक की है लेकिन फिर भी ना तो छत्री की मरम्मत की गई है और ना ही इसके वास्तविक स्वरूप को चमकाया गया है जानकारों की मानें तो छत्री में लगे मार्बल को महज मुल्तानी मिट्टी जैसी सस्ती चीज से साफ किया जा सकता है लेकिन फिर भी ग्वालियर के हृदय स्थल इस महाराज बाड़ा को स्मार्ट सिटी के नाम हेरिटेज बनाए जाने की बात तो की जा रही है लेकिन पुरातत्व की नजर में ऐतिहासिक इस छत्री के मेंटेनेंस को लेकर शासन से लेकर नगर निगम न जाने क्यों बेरुखी अपना रहा है।