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वन विभाग ने रौंदे ग्रामीणों के आशियाने, राष्‍टीय शोक में गरीबों पर बरसा कहर

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Aug 18, 2018

पुष्‍पेन्‍द्र विश्‍वकर्मा : आज जब समूचा देश जहां अपने नेता पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई जी के ना रहने के शौक में डूबा हुआ है एवं राष्‍टीय शोक मनाया जा रहा है और सभी कार्यालय बंद रहे तो वहीं पन्‍ना जिले के अमानगंज क्षेत्र के ग्राम पंचायत रामपुर अंतर्गत दूरस्थ इलाके में बसे ग्राम गिधनपटा कचनारी मैं झोपड़ी बनाकर रहने वाले ग्वाले जो कि मवेशियों को पालकर उनका दूध बेचकर अपना जीवन यापन करते हैं उन ग्रामीणों पर वन विभाग के अधिकारी कर्मचारियों का ऐसा कहर बरसा की इन गवालों को ऐसा महसूस हुआ जैसे गरीबों के लिए सोचने वाले अटल जी के जाते ही गरीबों पर अत्याचार प्रारंभ हो गए हो।

ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग की 3-4 जीपें आई जिनमें लगभग 15 से 20 अधिकारी कर्मचारी आए हुए थे और आते ही उनके द्वारा सीधे गाली गलोज करते हुए कहा गया कि तुम लोगों को कितनी बार कहा गया कि यहां से भाग जाओ यहां जगह खाली करो लेकिन तुम लोगों ने नहीं सुना और इसी के साथ हम गरीबों की झोपड़ियां गिराने लगे पूरा सामान अस्त-व्यस्त कर दिया जो खाना-पीना रखा हुआ था उसे भी फेंक दिया और ज्यादा कुछ बोलने पर मारपीट करने पर उतारू थे।

कई पीढ़ियों से सैकड़ों वर्षो से हम ग्वाले यहां झोपड़ी बनाकर रहते चले आ रहे हैं चूंकि यहां मवेशियों चरने की भी व्यवस्था रहती है इसलिए यहां झोपड़ी बनाकर रहते हैं और मवेशियों के दूध का विक्रय समीपस्थ नगरी क्षेत्र में करके अपने बाल बच्चों को पालते हैं और अपना जीवन यापन करते हैं  कुछ खेतीबाड़ी भी कर लेते हैं जिससे हमारा जीवन यापन होता है।

वन विभाग के कुछ कर्मचारियों ने हमसे यह भी कहा कि यदि तुम लोगों को यहां रहना है तो हमे पैसे देने होंगे जोकि साहब ने मांगे हैं तभी तुम लोग यहां रह सकते हो नहीं तो तुम लोगों की झोपड़ियां गिरा दी जाएंगी साथ ही वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा यही हमारे बाजू से पैसे लेकर खेती भी करवाई जाती है जिन पर वन विभाग द्वारा कभी कोई कार्यवाही नहीं होती।