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झाबुआः अवैध शराब परिवहन और खामोश अधिकारी

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Mar 20, 2019

दशरथ सिंह कट्ठा- मेघनगर और रम्भापुर ग्रामीण क्षेत्र में पुलिस द्वारा छापामार कार्यवाही कर अवैध शराब तो पकड़ी जा रही है, मगर ठेकेदार की मिली भगत से  छोटा मोटा केश बना कर छोड़ दिया जाता है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि इन ग्रामीण क्षेत्रों की छोटी-छोटी दुकानों पर भारी मात्रा में अवैध शराब आती कहां से है? जब की मेघनगर में दशहरा मैदान में शासन की लाइसेंस (ठेके) की शराब की दुकान संचालित है। जहां शराब मिलती है और बेची जा सकती है। किन्तु यहां ठेकेदार द्वारा नियमों को ताक में रखकर जमकर ग्रामीण इलाकों में अवैध रूप से भारी मात्रा में शराब सप्लाई की जा रही ही है। पुलिस और आबकारी विभाग के अधिकारियों की नाक के नीचे से अवैध रूप से शराब का परिवहन बादस्तूर जारी है।

शराब ठेकेदार ग्रामीण क्षेत्रो में अवैध तरीके से कर रहे शराब सप्लाई  

रम्भापुर निवासी अवैध शराब विक्रेता दिलीप नायक की दुकान में शराब पुलिस ने पकड़ी तो उसका साफ तौर से कहना है कि मेरी दुकान पर शराब ठेकेदार द्वारा चार पहिया वाहन  से शराब सप्लाई की जाती है। मैं शराब घर पर नहीं बनाता हूं। उसने यह भी कहा कि पूरे ग्रामीण क्षेत्रों में भी ठेकेदार द्वारा शराब सप्लाई की जाती है। लेकिन जब इस विषय में जिला आबकारी अधिकारियों से स्वराज संवाददाता ने बात की तो उनका भी कहना है कि शराब ठेकेदार ग्रामीण क्षेत्रो में अवैध तरीके से शराब सप्लाई नहीं कर सकता सिर्फ लाइसेंस की दुकान पर ही शराब बेची जा सकती है।  लेकिन किसी न किसी तरह आबकारी अधिकारी अपने आपको और ठेकेदार को बचाते नजर आ रहे थे। जबकि रात्रि से लेकर अलसुबह तक शराब ठेकेदार के कर्मचारियों द्वारा भारी मात्रा में शराब परिवहन कर ग्रामीण क्षेत्रों में छोटी छोटी किराने की दुकानों पर शराब भेजी जाती है। पुलिस और आबकारी विभाग की नाक के नीचे शराब का सप्लाई होना, जिम्मेदार विभाग द्वारा कार्यवाही न करना, कई सवाल खड़े कर रहा है।  ऐसे मेघनगर  थाना प्रभारी ने कार्यवाही करने की बात मीडिया सामने कही है।