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जेयू: प्रोविजनल डिग्री के चलते 187 छात्रों की नौकरी दांव पर, हड़ताल जारी

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Mar 28, 2018

मध्यप्रदेश में यूनिवर्सिटी में चल रही हड़ताल खत्म होने का नाम नहीं ले रही है इस बीच छात्रों की परेशानी और भी ज्यादा बढ़ती जा रही है। अगर बात करें ग्वालियर के जीवाजी यूनिवर्सिटी की तो यहां प्रोविजनल डिग्री ना मिलने से 187 छात्रों की नौकरी दांव पर लग गई है किसी छात्र को अगले सप्ताह दिल्ली पुलिस में इंटरव्यू के लिए जाना है, तो कोई खनिज विभाग में बाबू के पद पर नियुक्ति होने वाला है। लेकिन डिग्री ना मिलने से छात्र अंदर से डरे हुए हैं। इस बीच यूनिवर्सिटी उन्हें जवाब नही दे पा रही है आखिर कब उन्हें मार्कशीट मिलेंगी, वही छात्र संगठन सरकार पर इस मामले को लेकर निशाना साध रहे है।

मध्य प्रदेश का 2018 चुनावी साल है ऐसे में हर संगठन शिवराज सरकार से अपनी मांगे मनवाने के लिए एडीचोटी का जोर लगा रहा है। जिसके चलते प्रदेश भर की अंधिकाश यूनिवर्सिटी में कर्मचारी संगठन से लेकर दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी हड़ताल पर चले गए है। जिसका सीधा असर सरकार पर नही, बल्कि छात्र-छात्राओं की शिक्षा पड़ रहा है। अकेले ग्वालियर अंचल में यूनिवर्सिट की हड़ताल का असर 2 लाख से ज्यादा छात्र-छात्राओं पर पड़ रहा है। 

सर्वेश मिश्रा, जिला महासचिव NSUI का कहना है कि अतिथि विद्वान की इस हड़ताल से सीधे तौर पर छात्र परेशान हो रहे है। सरकार को हड़ताल को लेकर अपना रूख साफ करना चाहिए। क्योंकि 31 मार्च से कॉलेजों में पेपर शुरू है, लेकिन बच्चों का सिलेबस अभी तक पूरा नही हुआ है।

यह है छात्रों की मुसीबत का आंकड़ा.... 

·         डिग्रियां बनना है- 4872 

·         नई मार्कशीट- 7482 मार्कशीट, 

·         मार्कशीट में सुधार- 6540 

·         रिजल्ट घोषित नहीं हुए- 2451 

·         नामांकन- 6000 

·         CM हेल्पलाइन- 800 पेंडिग है।

इस बीच कुछ ऐसे भी यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राएं है, जिनकी नौकरी लग चुकी है और उन्हें इंटरव्यू के लिए जाना है। लेकिन उनके पास मार्कशीट नही है। जबकि कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने विवि के अधिकारियों को बुलाकर छात्रों को किसी भी हालत में डिग्री देने का आश्वासन दिया है। बावजूद इसके कर्मचारियों की हड़ताल चल रही है, ऐसे में कर्मचारियों ने किसी भी काम करने से हाथ खड़े कर दिए है। वहीं यूनिवर्सिटी प्रशासन का कहना है कि वह इस मामले में सरकार को रिपोर्ट कर रहे है।

प्रो. शांतिदेव सिसौदिया, पीआरओ, जीवाजी यूनिवर्सिटी का कहना है कि कर्मचारियों की हड़ताल की वजह से परेशानी आ रही है सेशन पूरा लेट हो रहा है, सरकार को हम पूरी बातें बता रहे है।