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MP: पीछली बार से सबक लेकर इस बार तैयार है कुनो के अधिकारी, नेशनल पार्क में सभी 13 चीतों को एंटी मैगॉट दवा दी जाएगी

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Jun 22, 2024

अतीत से सबक लेते हुए, कुनो राष्ट्रीय उद्यान प्रशासन पूरी तरह से तैयार है और यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठा रहा है कि बारिश के दौरान चीतों में किसी भी तरह का जीवाणु संक्रमण न हो.

शुक्रवार को कुनो राष्ट्रीय उद्यान के शुष्क क्षेत्र में बारिश हुई, जिससे भीषण गर्मी से राहत मिली. पिछले मानसून में, रेडियो कॉलर के नीचे गीली त्वचा में कीड़े लगने के कारण तीन चीतों की मौत हो गई थी. इस बार, कुनो के अधिकारी पूरी तरह से तैयार हैं और राष्ट्रीय उद्यान में सभी 13 वयस्क चीतों को कीड़े मारने वाली दवा दी जाएगी.

इस दवा का असर तीन से चार महीने तक रहता है और यह मानसून के मौसम में होने वाले किसी भी तरह के संक्रमण से निपटने के लिए पर्याप्त है. कुनो के एक अन्य अधिकारी ने कहा, 'फिलहाल, हम यहां कुछ और बारिश होने का इंतजार कर रहे हैं और उसके बाद हम वयस्क चीतों को एंटी मैगॉट दवा देने के बारे में सोचेंगे क्योंकि हम चाहते हैं कि दवा का असर पूरे मानसून के मौसम में चीतों पर बना रहे.'

कुनो के सूत्रों ने बताया कि अधिकारी उन चीता शावकों को भी एंटी-मैगॉट दवा देने पर विचार कर सकते हैं जो जल्द ही छह महीने के हो जाएंगे.  इस संबंध में विशेषज्ञों से मार्गदर्शन लिया जाएगा.

गौरतलब है कि कुनो में तेरह वयस्क चीते और तेरह शावक हैं. चीता 'आशा' के तीन शावक जुलाई तक छह महीने के हो जाएंगे, इसी तरह एक अन्य मादा चीता के शावक आज यानी 22 जून को छह महीने के हो गए.

कुनो में बारिश से राहत

कुनो नेशनल पार्क के अधिकारियों ने राहत की सांस ली, क्योंकि शुक्रवार को पार्क में पहली बारिश हुई. कुनो नेशनल फील्ड डायरेक्टर उत्तम कुमार शर्मा ने कहा कि बारिश ने भीषण तापमान को आरामदायक स्तर पर ला दिया और यह चीतों के लिए अच्छा है. एक अधिकारी ने कहा कि गर्मी की चुनौती शायद खत्म हो गई है. उन्होंने कहा कि बारिश न केवल भीषण गर्मी से राहत देगी, बल्कि चीतों की शारीरिक सेहत में भी सुधार करेगी. उन्होंने कहा कि बारिश से उनके शिकार आधार को भी मदद मिलेगी.

Report By:
Devashish Upadhyay.