Feb 28, 2024
मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में कलेक्टर की सुनवाई में एक अजीब मामला सामने आया है. एक युवक फर्जी सरकारी अधिकारी बनकर लोगों को जमीन का मालिकाना हक दिलाने का झांसा दे रहा था। इसके अलावा यह जालसाज लोगों को विश्वास में लेने के लिए कलेक्टर कार्यालय परिसर में हर काम को अंजाम देता था. हैरानी की बात तो ये है कि इस फर्जी अधिकारी के बारे में किसी को भनक तक नहीं लगी.
पीड़िता के मुताबिक, सुभम गवई फर्जी अधिकारी बनकर जिले में घूम रहा है और गरीब परिवारों को निशाना बना रहा है. उसने किसी से 30 हजार तो किसी से 20 हजार रुपये यह कह कर लिया कि उसे जमीन का मालिकाना हक मिल जायेगा. पीड़िता ने बताया कि वह उनसे किस्तों में 5000-5000 रुपये लेगा और पट्टा देने की बात कह कर भाग गया. अब उसका मोबाइल भी बंद है.
मामले को लेकर अपर कलेक्टर काशीराम बडोले ने कहा, जनमत सभा में कुछ महिलाओं ने शिकायत की है कि सुबम गवई ने जमीन का पट्टा देने का दावा कर धोखाधड़ी की है. एसडीएम और कलेक्टर कार्यालय में इस नाम का कोई स्टाफ नहीं है। जो भी इस तरह का काम करता है, वह गलत है।' महिलाओं से एसपी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराने को भी कहा गया है। मामले पर एसपी से बात की जायेगी और आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी जायेगी. लोगों से अनुरोध किया गया है कि पट्टे के नाम पर किसी को पैसा न दें.