Jun 4, 2019
मध्यप्रदेश के देवास में रहने वाले कृष्ण कांत शर्मा एवं उनकी पत्नी संध्या शर्मा ने देवास में इतिहास रच दिया। संध्या शर्मा के कलेजे का टुकड़ा वैभव शर्मा का निधन 1 जनवरी 2016 को नर्मदा नदी में डूबने से हो गया था। वैभव की उस समय नई-नई शादी हुई थी नेहा से, वैभव के गुजर जाने के बाद नेहा अपने सास-ससुर के साथ रहती थी। नेहा की सास संध्या ने उसे पढ़ाया लिखाया और अपने पैरों पर खड़ा किया। अपने बेटे की याद में अपनी बहू को बेटी के रूप में रखा।
नेहा का कहना है मुझे मेरी सास ने अपनी बेटी बनाकर मुझे इस घर में रखा, मुझे पढ़ाया लिखाया कभी भी उन्होंने मुझे एहसास नहीं होने दिया कि वह मेरी सास हैं। मेरे पति के गुजर जाने के बाद मेरे सास ससुर ने मुझे बेटी का दरजा दिया, मेरे पति वैभव इकलौते बेटे थे मेरे साथ में मुझे एहसास नहीं होने दिया कि मैं उनकी विधवा बहू हूं। संध्या शर्मा ने उचित वर देखकर नेहा का रिश्ता तय किया। कृष्ण कांत शर्मा एवं संध्या शर्मा ने 28 मई को राजगढ़ के अजय शर्मा नामक युवक से अपनी विधवा बहू नेहा जिसको बेटी बना कर रखा आज उसके हाथ पीले कर दिए तथा कन्यादान भी कृष्ण कांत शर्मा एवं उनकी पत्नी संध्या शर्मा ने किया।
28 मई को राजगढ़ के रहने वाले अजय शर्मा के साथ नेहा की दूसरी शादी कर दी 2 जून को देवास में स्वरुचि भोज भी रखा, जिसमें अपने रिश्तेदारों दोस्त यारों को निमंत्रण देकर बुलाया भोजन कराया। आज श्रीकांत शर्मा एवं उनकी पत्नी संध्या शर्मा अपनी बहू की दूसरी शादी कर कर खुश नजर आ रही हैं समाज को बता रही हैं अगर कभी किसी के साथ इस तरह की दुर्घटना घट जाए तो बहू को बोझ न समझें बेटी बनाकर रखें और उसका पुनः घर बसा दें। जब हमारी टीम ने नेहा से बात करी तो नेहा इस शादी से बड़ी खुश है और अपने सास-ससुर पापा मम्मी को कोटि-कोटि धन्यवाद दे रही हैं नेहा के पति अजय शर्मा इस शादी से बड़े खुश नजर आ रहे हैं।