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रायसेनः भोपाल से रायसेन तक बनने वाली नेशनल हाईवे-146 बनी मौत की सड़क

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Jul 6, 2019

इलयास खान- आपने घटिया निर्माण से बनी सड़कें तो बहुत देखी होगी, मगर क्या आपने ऐसी सड़क देखी है जो अब पूरी होने से पहले ही मौत की सड़क के नाम से मशहूर हो गई है। हम बात कर रहे हैं भोपाल से रायसेन तक बनने वाली नेशनल हाईवे-146 की, जिसे आशीष इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी गुजरात के द्वारा बनाया जा रहा है। जब से इस सड़क का निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ है तब से आज तक ये कंपनी सुर्खियों में है। कारण है घटिया निर्माण और काम मे गुणवत्ता की कमी के कारण आज इस सड़क को लोग मौत की सड़क कहने लगे हैं। अभी तो बारिश के मौसम की शुरुआत है और इस दो दिन की बारिश में सड़क के घटिया निर्माण की पोल खुल गयी है। निर्माणधीन सड़क की सारी पुलिया धसक गयी है और सड़क के किनारे पर बड़ी-बड़ी दरारें बन गयी हैं। जिन पर से वाहन लगभग रोज ही पलट रहे हैं।

सड़क का निर्माण करने वाली कंपनी की गलती के कारण अब तक हो चुकी हैं 9 मौतें

इस सड़क का निर्माण करने वाली कंपनी ने कहीं भी कोई साइन बोर्ड तक नहीं लगाया है। आज तक इस सड़क पर करीब 9 मौतें, इस सड़क का निर्माण करने वाली कंपनी की गलती के कारण हो चुकी है। इस कंपनी ने कहीं सड़क को नक्शे से अलग बना दिया है तो कहीं नियमों को ताक पर रख निर्माण कर रही है। जिसका खामियाजा आम जनता को अपनी जान से हाथ धोकर चुकाना पड़ रहा है। ताजा मामला है रायसेन से भोपाल जा रहे आइसर ट्रक का, जिसमें शराब की पेटियां भरी थी, तभी ग्राम नीमखेड़ा के पास बनी पुलिया पर जैसे ही ट्रक पहुँचा, पूरी पुलिया धंस कर नीचे चली गयी। जिसमें आइसर ट्रक चालक की ट्रक के नीचे दबने से मौत हो गयी। रायसेन कलेक्टर ने तत्काल JCV और प्रसाशनिक अधिकरियों को भेजकर ड्राइवर को बाहर निकलवाया, तब तक ड्राइवर की मौत हो चुकी थी। अभी कुछ ही दिन पहले घटिया निर्माण के कारण दो नौजवानों की जान भी जा चुकी है। मगर इस निर्माण कंपनी पर इन मौतों का कोई असर नहीं हो रहा है।

रायसेन कलेक्टर प्रशासनिक अधिकारियों से कई बार कर चुकें हैं शिकायत

प्रशासनिक अधिकारियों ने आज तक इस कंपनी पर कोई कार्यवाही नहीं की है। स्थानीय मीडिया ने एक और मौत हो जाने से नाराज होकर रायसेन कलेक्टर को इस कंपनी पर कार्यवाही करने का ज्ञापन दिया है। रायसेन कलेक्टर भी खुद को असहाय महसूस कर रहे थे। उन्होंने मीडिया को बताया कि मैं रोज ही इस कंपनी पर कार्यवाही करने को पत्र लिख रहा हूँ और जल्द ही इस कंपनी पर कार्यवाही की जाएगी। जहां-जहां घटिया निर्माण से पुलिया क्षतिग्रस्त हुई है उन्हें सुधरवायेंगे। अब देखना ये होगा कि कब, इस कंपनी पर कार्यवाही होगी।