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स्वच्छ भारत अभियान की उड़ाई जा रही सरेआम धज्जियां, कोटेश्वर नदी गंदे नाले में तब्दील होने की कगार पर

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Jul 26, 2018

शैलेन्द्र पनवार - जहां एक ओर स्वच्छता के नाम पर सरकारी खजाने से पानी की तरह रूपये बहाये जा रहे है वहीं दूसरी ओर सरदारपुर विधायक की गोद ली हुई ग्राम पंचायत राजोद में जगह जगह कचरे के अंबार लगे हुए हैं राजोद के मुख्य मार्ग के किनारे पर पड़े बेतहाशा कचरे के ढेरों को क्षेत्रीय नेता व अधिकारी अनदेखा कर गुजर जाते हैं इतना ही नहीं बल्कि राजोद से गुजरने वाली पवित्र कोटेशन नदी जो कि कई ग्रामीणों की आस्था का केंद्र है लेकिन कचरे की साफ-सफाई कार्य में के अभाव में गंदे नाले में तब्दील होने की कगार पर है।

स्वच्छता संबंधी राशि का नही किया जा रहा उपयोग

ग्राम पंचायत राजोद के सचिव तुलसीदास बेरागी ने बताया कि लगभग डेढ़ माह पूर्व क्षेत्रीय विधायक को अनुमोदन भेजकर ग्राम पंचायत में कचरे की साफ-सफाई कार्य के लिए राशि की मांग की गई है हम बात करें तो 14 वित्त राशि का 25% स्वच्छता संबंधी कार्यों में खर्च किया जाना चाहिए किंतु इस राशि का उपयोग नहीं करना कहीं ना कहीं सरपंच-सचिव की उदासीनता को दर्शाता है।

कांग्रेसियों ने साधी चुप्पी

क्षेत्रीय विधायक तथा सरपंच सचिव की उदासीनता से प्रतीत होता है कि वह ग्रामीण जनता का दर्द नहीं समझ पा रहे हैं उधर कांग्रेस भी ग्रामीणों की आवाज उठाने के बजाय चुप्पी साधे हुए हैं अब देखना यह होगा कि इस खबर के बाद भी जिम्मेदार नींद से जाग पाएंगे या ग्रामीणों को यूं ही गंदगी के ढेर में जीवन व्यतीत करना पड़ेगा।