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72 दिन से धरने पर बैठी महिला अतिथि विद्वान ने मुंडन करवाकर किया विरोध जाहिर

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Feb 20, 2020

भोपाल: नियमितीकरण की मांग को लेकर राजधानी के शाहजहांनी पार्क में 72 दिन से धरने पर बैठे अतिथि विद्वानों के आंदोलन में नया मोड़ आया हैं। जिसमें बुधवार को धरने पर बैठी एक महिला अतिथि विद्वान ने मुंडन करवाकर विरोध जाहिर किया। डॉ. शाहीन ने बताया कि सरकार द्वारा वचन पत्र में किए गए वादे कहां गए। अब यह हमारे लिए जीवन और मौत का मामला बन गया है, हमें जब तक लिखित आर्डर नहीं मिल जाता, तब तक यहां से हम नहीं हटेंगे। वहीं मुंडन कराने वाली महिला का नाम डॉ. शाहीन खान है। वह कटनी के पालू उमरिया शासकीय महाविद्यालय में हिन्दी की शिक्षिका हैं। अतिथि विद्वान नियमितीकरण संघर्ष मोर्चा के संयोजक डॉ. देवराज सिंह ने कहा कि फिलहाल एक महिला अतिथि विद्वान ने मुंडन कराया है।

वचनपत्र में किए गए वादे को पूरा करने के लिए सरकार वित्तीय संकट का दे रही हवाला

26 फरवरी को 4 महिलाएं और 4 मार्च को महिला और पुरुष मुंडन कराएंगे। मोर्चा के प्रवक्ता डॉ. आशीष पांडे ने कहा कि संगठन द्वारा 2 दिसंबर से छिंदवाड़ा से आंदोलन शुरू किया गया था। इस हिसाब से आंदोलन के 90 दिन गुजर चुके हैं। स्व. संजय कुमार की पत्नी लालसा देवी भी 3 दिन से अस्थि कलश लेकर धरने पर बैठी हैं। उन्होंने बताया हमें मुख्यमंत्री के आने का इंतजार है। जब तक वे नहीं आएंगे तब तक हम यहीं डटे रहेंगे। संयोजक डॉ. देवराज ने बताया कि सरकार के पास आईफा अवार्ड्स कराने के लिए पैसा है, फिल्मों को टैक्स फ्री करने के लिए पैसे हैं, परन्तु वचनपत्र में किए गए वादे को पूरा करने के लिए सरकार बार-बार वित्तीय संकट का हवाला दे रही है। वहीं राजधानी में 735 दिन के पश्चात् फिर से ऐसा हुआ, जब शिक्षा के क्षेत्र से जुड़ीं महिला कर्मचारी मांगों के लिए इस तरीके से विरोध जताया है। इसके पहले 13 जनवरी 2018 को जंबूरी मैदान में धरना दे रही 4 महिला अध्यापकों ने मुंडन करवाकर सरकार को चुनौती दी थी। यह आंदोलन आजाद अध्यापक संघ द्वारा किया गया था।