Jan 24, 2018
भोपाल। गणतंत्र पर्व के अवसर पर आयोजित लोकतंत्र का लोक उत्सव 'भारत पर्व' के रंगारंग आयोजन में स्वयं को प्रतिबिम्बित होते हुए देखा जा सकेगा। संस्कृति विभाग के अंतर्गत स्वराज संस्थान संचालनालय का यह प्रतिष्ठा आयोजन 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर विगत 10 वर्षों से आयोजित किया जा रहा है।
प्रमुख सचिव, संस्कृति श्री मनोज श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया कि संस्कृति विभाग, स्वराज संस्थान संचालनालय द्वारा जिला प्रशासन एवं जनसम्पर्क संचालनालय के सहयोग से इस वृहद आयोजन में मध्यप्रदेश की 101 कला-मण्डलियों के लगभग 1500 से अधिक कलाकारों द्वारा संगीत, नृत्य, आज़ादी के तराने, सुराज गान, कबीर गायन, लोक एवं आदिवासी कलाओं की राष्ट्र को समर्पित समवेत प्रस्तुतियाँ होंगी।
भारत पर्व पूरे देश में अपनी तरह का अनूठा प्रयास है। इस महती आयोजन कि श्रृंखला में अनुसूचित जाति, जनजाति सहित सभी श्रेष्ठ और अग्रणी सांस्कृतिक दलों एवं कलाकारों को अवसर दिया गया है। इनमें 750 जन-जातीय कलाकार भी शिरकत करेंगे। इस आयोजन में 50 लोक-नृत्य, लगभग 37 विधाओं में 18 आज़ादी के तराने, सुराज़ गान, 28 विधाओं पर केन्द्रित लोक-गीतों की प्रस्तुतियाँ होंगी।
प्रमुख सचिव ने बताया कि भारत पर्व में मध्यप्रदेश की आंचलित संस्कृति की सहभागिता भी पिछले सालों की तरह उसी महत्व के साथ की गई है। इसमें कलाकार कालूराम बामनिया, भैरोसिंह चौहान, शिवभाई गुप्ता, फूल सिंह माण्डरे लोक-गायक और महेन्द्र डेहरिया, इन्द्र पाण्डे, चुन्नीलाल रायकवार, मायाराम धुर्वे, सुमंति देवी, जयंति उइके, स्वाति उखले, विनीता दोहरे आदि लोक-नृत्य समूहों के साथ-साथ नासिर खालिद साबरी द्वारा कव्वली एवं जुल्फिकार अली द्वारा गज़ल की प्रस्तुति मुख्य आकर्षण होगा।