Apr 1, 2019
सुरेश नागर- तहसील क्षेत्र में समर्थन मूल्य खरीदी शुरू नहीं होने के चलते आम किसानों के बीच असंमजस की स्थिती बनी हुई थी। कई किसान सीधे व्यापारियों को फसल बेचने का मन बना चुके थे। इसी बीच सोमवार को प्रशासनिक अधिकारियों ने तहसील केंद्रो पर पहुंचकर समर्थन मूल्य खरीदी की औपचारिक शुरूआत करवाई।
प्रशासनिक अधिकारियो ने ऑफ लाईन खरीदी शुरू करने के दिए निर्देश
एसडीएम सिद्धार्थ जैन एवं खाद्य निरीक्षक मृगि अग्रवाल ने सोसायटीयों पर पहुंचकर औपचारिक तौर पर खरीदी का शुभारंभ किया। सूरजपोल, चैनपुरा कंला खरीदी केंद्र पर पहुंचे एसडीएम ने सोसायटी कर्मचारियो को ऑफ लाईन खरीदी प्रारंभ करने के निर्देश दिए। इस दौरान मौके पर छोटे कास्तकारों को बुलवाकर उनकी उपज की समर्थन मूल्य पर खरीदी शुरू की गई। उल्लेखनीय है कि सप्ताह भर पूर्व खरीदी की तारीखों की घोषणा होने के बावजूद रविवार तक सोसायटी केंद्रो पर समर्थन मूल्य खरीदी प्रारंभ नहीं हो पायी थी। जिस कारण किसानों को खासी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। कुल खरीदी केंद्र-14, समर्थन मूल्य -1840, प्रोत्साहन राशि-160 रखी गई है।
मैसेज नही मिलने के चलते छोटे किसानों को बुलवाया
तकनीकी कारणों की वजह से फिलहाल किसानों को फसल बेचने का संदेश प्राप्त नहीं हुआ है। चूंकि ऑनलाईन सिस्टम के जरिये जिन किसानों के पास संदेश पहुंचते हैं, प्राथमिकता से उनकी उपज खरीदी जाती है। लेकिन वर्तमान में एक भी किसान के पास संदेश नहीं पहुंचा है। ऐसे में प्रशासनिक अधिकारियों ने ऑफ लाईन खरीदी कार्य शुरू करवाया गया है। हालांकि शुरूआती तौर पर छोटे किसानों को ही समर्थन मूल्य पर फसल बेचने के लिए कॉल किया जा रहा है। इसकी बड़ी वजह यह है कि इस बार किसानों पचास हजार रूपए तक नकद दिए जाने का प्रावधान किया गया है। ऐसे में बड़े किसानों को बाद में कॉल किया जाएगा।
अव्यवस्थाओ के बीच ही खरीदी प्रारंभ
सरकार के निर्देश पर भले ही प्रशासन ने आनन-फानन में ऑफ लाईन खरीदी प्रारंभ करवा दी है। लेकिन खरीदी केंद्रो पर किसानों के लिए पेयजल, बैठक सहित दूसरे इंतजाम सुचारू नहीं हो पाए हैं। पानी की कमी के कारण कई केंद्रो पर पेयजल की समस्या बनी हुई है। हालांकि प्रशासनिक अधिकारी खरीदी केंद्रों पर सभी व्यवस्थाऐं सुनिश्चित किए जाने की बात कह रहे हैं।