Aug 29, 2019
विकास सिंह सोलंकी - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन तलाक और कश्मीर से धारा 370-35ए खत्म करने के बारे में लिए गए फैसले की खुशी के जश्न में उन मुस्लिम महिलाओं का भी अहिल्या की नगरी में सम्मान होगा, जिन्होंने तीन तलाक को लेकर न्यायालय में लंबी लडाई लड़ी। देश में पहली बार इस बार खुले मंच से बात होगी जिसमें इस विषय से संबंध रखने वाले विभिन्न क्षेत्रों के जानकार जम्मू कश्मीर की हकीकत बयां करेंगे।
दरअसल आगाज द्वारा 30 अगस्त को शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तीन तलाक, 35ए और धारा 370 हटाने को लेकर इन्दौर में कार्यक्रम किया जाएगा। संस्था के विजयवर्गीय ने बताया कि स्वाभिमानी अखंड भारत की और बढ़ते कदम पर इस आयोजन में बात होगी। धारा 370 और 35-ए पर जम्मू कश्मीर के पत्रकार उपमिता वाजपेयी मिश्रा, महिला आयोग की पूर्व सदस्य स्नेहलता उपाध्याय और कर्नल भारत भूषण का उद्बोधन होगा। साथ ही धारा 370 और 35-ए पर कश्मीरी ब्राह्मण भी अपने विचार रखेंगे। इंदौर कश्मीर ब्राह्मण संघ के अध्यक्ष अशोक बांगरू और पूर्व डीजीपी श्री रावत भी मौजूद रहेंगे।
तीन तलाक की याचिका लगाने वाली महिलाओं का होगा सम्मान
कार्यक्रम में तीन तलाक की याचिकाकर्ता शायरा बानों और इशरत जहां का सम्मान होगा। इन दोनों की बात भी सांझा होगी। कार्यक्रम के बाद भारत माता की आरती होगी। कश्मीर का कहवा वितरित किया जाएगा। कश्मीरी ब्राह्मणों की कुल देवी खीर भवानी मंदिर का प्रसाद वितरित किया जाएगा। विजयवर्गीय और शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार ने मील का पत्थर बनने लायक दो बड़े फैसले लिए हैं। मुस्लिम महिलाओं के जीवन को नरक बना देने वाली तीन तलाक की प्रचलित व्यवस्था को कानून के माध्यम से रोका गया है। इसके साथ ही कश्मीर को भारत का हिस्सा होते हुए भी अलग करने वाली धारा 370 को समाप्त किया गया है। इस मुद्दे पर इंदौर में देश का अपने तरह का पहला बड़ा आयोजन किया जा रहा है।