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राजगढ़ः रहस्यमयी अंधे कत्ल का हुआ पर्दाफाश, अवैध संबंधों के चलते हुई हत्या

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May 17, 2019

राजेंद्र शर्मा- मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले में घटित हो रहे अपराधों पर अंकुश लगाने एसपी प्रदीप शर्मा के निदेशन पर जिले के तीन मामले में हुए अपराधों में कार्यवाही करते हुए सफलता हासिल कर अपराधियों को गिरफ्तार कर सलाखों की हवा खिला दी। पूरे मामले का खुलासा एसपी ने प्रेसवार्ता के माध्यम से पत्रकारों को दी। 

पुलिस जानकारी अनुसार कुरावर पुलिस को सूचना प्राप्त हुई कि तीजबड़ली के पास ग्राम तिंदौनियां में बद्रीखाती के खेत पर बने कुए में अज्ञात व्यक्ति की लाश पडी हुई है। सूचना पर थाना प्रभारी कुरावर हमराह बल के मौके पर पहुंचे और ग्रामीण व गोताखोरों की मदद से कुंए के अंदर से अज्ञात व्यक्ति के शव को बाहर निकाला गया। मौके की कार्यवाही के दौरान उक्त अज्ञात शव की शिनाख्तगी का प्रयास किया गया किंतु पहचान नहीं हो सकी। प्रकरण में कुंए के मालिक बद्री खाती की सूचना पर मर्ग क्रमांक 13/19 धारा 174 दण्ड प्रक्रिया संहिता का पंजीबद्ध किया जाकर जांच में लिया गया। जांच के दौरान अज्ञात शव शिनाख्तगी के प्रयास में सीमावर्ती जिलों के समस्त थानों को तत्काल वायरलेस के माध्यम से सूचना भेजी गई, किन्तु कहीं से भी उक्त हुलिये के व्यक्ति के गुमने की जानकारी प्राप्त नहीं होने से शव को विधिवत दफन किया गया। 

परिवार की ओर से रिपोर्ट दर्ज न कराना बना रहा था मामले को संदिग्ध

मामले में घटनास्थल की परिस्थिति एवं मृतक के शव की स्थिति के आधार पर मामला संदेहास्पद प्रतीत होने से पुलिस अधीक्षक द्वारा थाना कुरावर पर एक विशेष जांच टीम गठित की गई। मामले में आशंका यह जताई जा रही थी कि कोई चोर कुए में मोटर चोरी के इरादे से आया होगा जो कुंए में गिर कर मर गया, इसी कारण किसी भी थाने में गुमशुदगी दर्ज नहीं कराई गई हो, परन्तु मृतक की हत्या की सम्भावना पर पुलिस जांच में जुटी रही। 

दिनांक 21.4.19 को पुनः घटना स्थल पर जाकर टीम द्वारा अथक परिश्रम कर कुए के पानी को खाली करवा कर देखा गया तो उसमें एक सेमसंग कंपनी का मोबाईल मिला जो पानी में डले होने के कारण पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था जिसमें लगी सिम भी काम नहीं कर रही थी। उक्त मोबाईल की सायबर फोरेन्सिक्स के माध्यम से जब पहचान की गई तो वह विनोद वंशकार पिता मांगीलाल वंशकार छोटा बजार दोराहा जिला सीहोर का होना पाया गया। इस संबंध में थाना दोराहा पुलिस से संपर्क कर मृतक व्यक्ति के घुमने संबंधी जानकारी चाही गई, किन्तु विनोद वंशकार के नाम से कोई गुमशुदगी दर्ज नहीं होने के कारण सन्देह की स्थिति उत्पन्न हुई कि आखिर 15 दिवस तक कोई रिपोर्ट क्यों नही की गई।

मृतक के भाई मनोज के अनुसार मृतक का किसी महिला से था अवैध संबंध

विनोद वंशकार के पते पर पहुंच कर ज्ञात किया गया तो उसके भाई ने विनोद का करीब 14-15 दिनों से घर पर नहीं होना बताया। इस पर परिवार के सदस्यों को थाना कुराबर आने हेतु पावंद किया गया। दिनांक 22.4.19 को मृतक का भाई एवं अन्य परिवारजन थाना कुराबर आये और उनके द्वारा विनोद के बारे में पूछने पर उन्हें शव के फोटोग्राफ्स दिखाए गए। विनोद के परिजनों द्वारा शव की शिनाख्तगी विनोद वंशकार निवासी दोराहा जिला सीहोर के रूप में की गई। मृतक के भाई मनोज ने कथन लेखबद्ध कराने के दौरान मृतक के किसी से अवैध संबंध होने की आशंका जाहिर की।

हत्यारे की पत्नी ने खोले राज

मामले में यहां तक कोई विशेष सूत्र प्राप्त नहीं होने से मृतक के मोबाईल की सायबर सेल से प्राप्त डिटेल का विश्लेषण करने पर मृतक की बात महेश अहिरवार की पत्नि रीना से होना पाया गया। उक्त आधार पर रीना से विनोद वंशकार के बारे में पूछताछ की गई। तब उसने बताया कि दिनांक 6.4.19 को रात्रि में विनोद से मेरी बात हुई थी। उसने मेरे पति महेश के साथ कुरावर जाना बताया था, जिसके बाद दिनांक 7.4.19 को मैंने विनोद को कॉल लगाया, किन्तु बात नहीं हो पाई। मोवाइल बंद आ रहा था। दिनांक 8.4.19 को मेरे पति महेश ने मेरी ननद के मोबाईल से कॉल कर बोला था कि मैंने विनोद को मार दिया, अब तू किससे बात करेगी।

दिनांक 11.4.19 को महेश मेरे घर अहमदपुर शराब के नशे में आया एवं मेरी मां से बोला मैंने किसी को नहीं मारा है। मुझे बचा लेना एवं मुझे साथ ले जाने के लिए गाली गुप्तार करने लगा। जिसकी सूचना मैंने अहमदपुर थाने पर दी, जहां पर धारा 151 में महेश को बंद किया गया था। विवेचना में आये तथ्यों से यह साबित हुआ कि महेश अहिरवार दिनांक 7.4.19 को अंतिम बार मृतक के साथ था। महेश अहिरवार को संदेह के घेरे में रखकर उसकी तलाश सभी सम्भावित स्थानों पर की गई जो नहीं मिल सका। यहा तक की जांच से मामला हत्या का पाया जाने से दिनांक 14.05.19 को थाना कुरावर में अपराध क्रमांक 184/19 धारा 302,201 भादवि का पंजीबद्ध किया गया। 

मृतक और हत्यारे के बीच हुये वाद-विवाद से बात बढ़ गई

मुखविर से प्राप्त सूचना पर थाना कुरावर पुलिस टीम द्वारा महेश की बहन के घर ग्राम तूमड़ा में दविश दी गई। जहां इस जघन्य हत्या का आरोपी महेश अहिरवार पकड़ा गया।  पूछताछ के दौरान महेश द्वारा अपराध घटित करने के संबंध में सारी सच्चाई कुबूल कर ली। उसने बताया कि दिनांक 7.4.19 को वह व मृतक विनोद काम के सिलसिले में कुरावर आये हुए थे। जहां से उसने विनोद के मोबाईल से जाकिर खान निवासी भोपाल को काम के संबंध में फोन लगाया। उसके बाद दोनों तीजबड़ली मंदिर पर दर्शन के लिए गये, मंदिर से थोडा पहले रूक कर गुटके का पाउच लिया और वहां से मंदिर के दर्शन के लिए पैदल चल दिये। रास्ते में कुंए पर पानी पीने के लिए रूके, तभी विनोद के मोबाईल पर एक कॉल आया। चूंकि मुझे पहले से ही विनोद व रीना के अवैध संबंधों के बारे में शंका थी इसलिए मैंने उसका मोवाइल छीना। जब उसने मोबाईल नहीं दिया तो मेरे व विनोद के बीच हाथापाई हुई और पास ही कुआँ होने का फायदा उठाते हुये, विनोद की हत्या करने की नियत से उसे धक्का देकर कुएँ में गिरा दिया और वहां से चला आया। 

इस अंधे कत्ल के प्रकरण को सुलझाने में महत्वूपर्ण भूमिका  निभाने वाले जिन्हे इस प्रकरण में उद्घोषित ईनाम 10,000/-रूपये की राशि से पुरष्कृत किया गया है।