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सगड़ नदी पर 16 साल से पुल नहीं बनने पर गुस्साए ग्रामीणों ने किया चक्काजाम

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Feb 10, 2019

देवेंद्र त्रिवेदी - गंज बासौदा से 14 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम गजनयाई के गुस्साए ग्रामीणों ने विगत दिनों जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया ग्रामीणों का कहना है कि संगड नदी पर विगत 16 साल से पुल अधूरा निर्माण पड़ा है जिसका निर्माण अभी तक नहीं हो सका है, इस वजह से बूढ़े, बच्चे, महिलाओं को कमर तक गहरे पानी के बीच से निकल कर  जाना पड़ता है, तब कहीं जाकर उनको सड़क मार्ग नसीब होता है, ग्राम के दोनों ओर नदियां हैं, बारिश के समय दोनों ही रास्ते बंद हो जाते हैं, बच्चों को पढ़ाई के लिए नटेरन तहसील अंतर्गत स्कूल में जाना पड़ता है।

कई बार लगाई गई गुहार

पूर्व विधायक और मंत्री रहे सूर्यप्रकाश मीणा से लेकर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तक गुहार लगाने के बाद भी ग्राम वासियों को नारकीय  जिंदगी जीने को मजबूर होना पड़ रहा हैग्रामीणों का कहना है कि इस पुल के निर्माण से उनको सीधा संपर्क गुरोद से हो जाएगा गांव के कई बच्चे हाई सेकेंडरी स्कूल पढ़ने गुरोद और गंज बासौदा जाते हैं उनको रोज कमर तक के गहरे पानी से निकल कर जाना पड़ता है बालिकाओं को रोज परिवार जन या ग्रामीण ट्रैक्टर में बैठाकर नदी पार कर आते हैं उनके आने का घंटों इंतजार करना पड़ता है विगत कुछ माह पूर्व एक मकान गिरने के कारण घायल महिला को समय पर उपचार ना हो पाने की वजह से मृत्यु हो गई थी।

2003 में शुरू हुआ था पुल निर्माण का कार्य

पूर्व सरपंच सरदार सिंह नायक, पूर्व जनपद सदस्य रहमान खान, ग्रामीण हुसैन खान ने बताया कि गांव को सीधा गुरोद  से जुड़ने के लिए सगड़ पुल का निर्माण 2003 में शुरू हुआ था उस समय पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान वहां के सांसद थे उन्होंने ही उस का भूमि पूजन किया था, वर्ष 2004 में शमशाबाद के ठेकेदार कार्य को अधूरा छोड़ दिया था जो आज तक पूरा नहीं हो सका है इनका कहना है कि बारिश के दिनों में नदी चढ़ जाती है तब बीमारों को उपचार नहीं मिल पाताओर कई लोग उपचार ना मिलने से पर दम तोड़ देते हैं स्कूली छात्रा सायना मंजूरी ने बताया कि, वह 2 जोड़ी कपड़े लेकर जाती है एक जोड़ी नदी पार करने मैं गीले हो जाते हैं, उनको बदलना पड़ता है।

ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव में वोट डालने से किया इंकार

ग्रामीणों का यह भी कहना है कि यहां मूल सुविधाएं सड़क बिजली के लिए भी ग्रामवासी मोहताज रहते है इस पर ग्रामीणों का कहना है कि अगर हमारी मूलभूत सुविधाएं सड़क बिजली और पुल का निर्माण नहीं किया गया तो हम आगामी लोकसभा चुनाव में वोट नहीं डालेंगे इस विकासखंड के सीईओ शंकर पासी का कहना है कि यह जनपद सीमा के बाहर है करोड़ों की राशि चाहिए, इससे इस का निर्माण कराना संभव नहीं है, यह शासन स्तर का कार्य है।