Jul 18, 2019
दशरथ सिंह कट्ठा- देश के महानगरों की तर्ज पर गावों को शहर और शहर को गांव से जोड़ने के लिए शासन-प्रशासन द्वारा डामरीकरण सड़क बनाये जा रहे हैं लेकिन यहाँ ऐसा कुछ नजर नहीं आ रहा है। पूरा मामला मेघनगर, रम्भापुर, मदरानी मार्ग का है। कई वर्षों से ये सड़क वनवे पट्टी ही है। अभी तक यह सड़क डबल पट्टी सड़क नहीं बन पायी है। इसी वनवे सड़क पर आये दिन खतरनाक से खतरनाक हादसे होते रहते हैं। भारी भरकम वाहन गजरते हैं, धूल के गुबार उड़ने से लोगों को काफी तकलीफें हो रही हैं औऱ कई लोग तो हादसे के शिकार भी हो चुके हैं। जबकि इस वनवे सड़क से लगभग 20 से 25 गांवों के लोग जुड़े हुए हैं। वहीं इसी सड़क पर जिले का सबसे बड़ा धाम पिपलखुटा हनुमन्त आश्रम है, जहाँ हजारों की तादात में लोग दर्शन करने पहुँचते हैं, उन्हें भी काफी परेशानी होती है।
शासन-प्रशासन की अनदेखी का मामला
गांव के लोग व महंत दयाराम दास महाराज द्वारा लम्बे समय से शासन-प्रशासन से वनवे सड़क को डबल पट्टी सड़क बनाने की मांग की जा रही है लेकिन शासन-प्रशासन की अनदेखी के चलते इस सड़क की ओर किसी भी जिम्मेदार जनप्रतिनिधि व अधिकारियों का ध्यान नहीं है। जिसके चलते इन गांव के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रदेश में 15 वर्ष तक भाजपा की सरकार रही है और अभी वर्तमान में कांग्रेस की सरकार है। उसके बाद भी इस सड़क की स्थिति जस की तस बनी हुई है। जबकि इसी सड़क से गुजरात और राजस्थान की सीमा जुड़ी हुई है।