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मध्यान्ह भोजन बनाने वाली महिलाओं ने प्रशासन को सौपे तकता बेलन

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Sep 21, 2018

संदेश पारे - जिले में मध्याह्न भोजन एवं आंगनबाड़ी सांझा चूल्हा बनाने वाली बहनें अपने मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर स्थानीय गुप्तेश्वर मन्दिर से रैली निकाली। इस दौरान वहां डिप्टी कलेक्टर अंकिता बाजपेयी को ज्ञापन सौंपा। वही अधिकारियों को तकता बेलन भेंट कर अपनी माँगपूर्ति को लेकर ज्ञापन सौंपा।

आज नगर के गुप्तेश्वर मंदिर से कलेक्टर कार्यालय तक सरकारी स्कूलों में मध्यान्ह भोजन बनाने वाली सैकड़ो महिलाओं ने अपने हाथों में तकता बेलन लेकर रैली निकाली। संगठन की अध्यक्ष बसु बाई ने कहा कि गरीब मजदूर की बहनों को उचित मान और मानदेय न मिलने तक यह संघर्ष जारी रहेगा। यदि पांच दिनों में उनकी मांगों पर उचित कार्यवाही नहीं की गई। तो आगामी पांच दिनों बाद जिले के सभी सरकारी स्कूलों में मध्यान्ह भोजन बनाने का काम बंद करने की चेतावनी दी है।

गौरतलब है कि जिले में मध्यान भोजन बनाने वाली महिलाओं को मात्र 1000/ रु मानदेय मिलता है। जबकि हर विभाग में तनख्वाह अधिक है। आशा कार्यकर्ता तक को ज्यादा मानदेय दिया जा रहा है। परंतु इनका वेतन विसंगतिपूर्ण  है। इतने कम मानदेय में घर चलाना संभव नहीं है।  ज्ञात हो, गरीब व मजदूर वर्ग कि ये महिलाएं इतने कम मानदेय में सुबह 8 बजे से 4 बजे तक भोजन से लेकर बर्तन तक मांजने का कार्य करती हैं। उनका कहना है कि इसके पूर्व भी हम बहनें ज्ञापन दे चुकीं हैं। इस बार पुनः ज्ञापन के माध्यम से हम सरकार से मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर निवेदन कर रहे हैं।