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बैतूल के भैंसदेही पुलिस थाने में पुलिस​कर्मियों ने करवाया प्रेमी जोड़े का विवाह

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Jun 21, 2019

शंकर रे : बैतूल के भैंसदेही में पुलिस का नया रुप देखने को मिला है आज हम आपको अज़ब प्रेम की गज़ब कहानी दिखाने जा रहे हैं जिसमें लड़की के परिजनों की लाख कोशिशों के बाद भी पुलिस के हस्तक्षेप के बाद प्रेमी युगल थाने में ही विवाह के बंधन में बंधे। पूरा मामला भैंसदेही थाने का है जहां बुधवार के दिन एक परिवार ने अपनी बेटी प्रियंका के अपहरण की आशंका थाने में आकर जताई थी। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और जांच शुरू कर दी, जांच में पुलिस को पता चला कि प्रियंका का अपहरण नही हुआ बल्की वो अपनी मर्जी से गई है।

दोनों परिवारों में चल रहा था विवाद
दरअसल चोपन गांव की निवासी युवती प्रियंका काकोडिया का प्रेम प्रसंग भीकुण्ड निवासी युवक अजाबराव से पिछले एक साल से चल रहा था। दोनों एक ही समाज के थे लेकिन प्रेमी युगल के परिजन उनकी शादी के खिलाफ थे। प्रियंका और अजाबराव को लेकर दोनों के परिवार में विवाद भी चल रहा था। पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाया और थाने में ही शादी करवाई।

ऐसे पुलिस ने कराया थाने में विवाह 
भैंसदेही पुलिस ने दोनो प्रेमी जोड़े का विवाह पूरे रीति-रिवाज से संपन्न कराया। थाना परिसर में जैसे ही दूल्हा दुल्हन के विवाह की जानकारी लोगों को पता लगी तो आम नागरिक भी इस प्रेमी युगल के विवाह समारोह में शामिल हो गए। विवाह में गायत्री मंत्र एवं मंगल आष्टा के साथ दोनों का विवाह संपन्न कराया। साथ ही थाना परिसर में ही दूल्हे के द्वारा दुल्हन को मंगलसूत्र पहनाकर बड़ी धूमधाम से विवाह किया गया। वर वधू को आशीर्वाद देने के लिए भी थाना परिसर में ही लोगों का हुजूम लग गया। पहली बार ऐसा मौका देखा गया जब प्रेमी युगल का विवाह थाना भैंसदेही में पुलिसकर्मियों थाना प्रभारी एवं गणमान्य नागरिकों के मार्गदर्शन में यहां विवाह संपन्न हुआ।

ये थी अजब प्रेम की गजब कहानी 
भैंसदेही थाने की एस.आई. सेवंती परते का कहना है कि दुल्हन के पिता और परिवार भैंसदेही थाने पहुंचे थे और दुल्हन के परिवार वालों ने दूल्हे के परिवार पर आरोप लगाया था कि उनकी बेटी को लेकर दूल्हे का परिवार भिकुंड आ गया है जैसे ही घटना की जानकारी पुलिस को पता लगी पुलिस ने दूल्हे के परिवार से लड़का और लड़की को थाने में बुलाया उसके बाद जब दुल्हन थाने परिसर पहुंची तो दुल्हन के परिवार वालों ने ही दुल्हन के साथ थाना परिसर में ही जमकर मारपीट भी की थी उसके बाद पुलिस ने दोनों ही परिवार के लोगों को समझाया और आदिवासी समाज में यह परंपरा होती है कि जब तक की लड़की का विवाह नहीं होता लड़की को जाने नहीं दिया जाता और दोनों ही परिवारों में जमकर मनमुटाव भी था इसलिए हमने सोचा कि लड़की का विवाह लड़के से करा दिया जाए हालांकि लड़की और लड़का भी बालिक है थाना परिसर में लड़का लड़की को दुल्हन और दूल्हा बना कर पूरे रीति-रिवाज से उनका विवाह कराएं गया और इस विवाह में उच्चाधिकारियों थाना प्रभारी पत्रकार गण एवं गणमान्य नागरिकों का सहयोग रहा।

दूल्हे ने कहा पुलिस के सहयोग से हुआ विवाह  
हालांकि दूल्हे बने अजाबराव उईके का कहना है कि आज वह थाना परिसर में अपनी प्रेमिका के साथ विवाह कर कर बहुत ही खुश है उसने कभी नहीं सोचा था कि उसका विवाह थाना परिसर में उसकी प्रेमिका के साथ इस तरह पुलिस प्रशासन द्वारा धूमधाम से कराया जाएगा हालांकि उसकी प्रेमिका से 1 साल पूर्व से ही प्रेम प्रसंग चलता रहा है आज दोनों ही परिणय सूत्र में बंध कर अपने आप को बहुत खुश मान रहे आज अजाबराव उईके ने इस पूरे विवाह का श्रेय भैंसदेही पुलिस को एवं महिला डेस्क की पूरी टीम को दिया है हालांकि पुलिस पर कई तरह के आरोप-प्रत्यारोप लगते आते हैं लेकिन जिस तरह से भैंसदेही थाने में आज पुलिस ने प्रेमी युगल जुड़े का विवाह समारोह कराया उस से भैंसदेही पुलिस का नाम चर्चा में आ रहा है और पुलिस के इस कार्य की प्रशंसा भी कर रहे हैं।

गाजे-बाजे के साथ दुल्हे पहुंचा थाने
जहां दोनों परिवार में प्रेमी युगल के लिए आक्रोष और नाराजगी दिखाई दे रहे थे बाद में यह दोनों ही परिवार के लोग बाजे गाजे के साथ नाचते कूदते बारात लेकर भैंसदेही थाने पहुंचे बारातियों ने भी प्रेमी युगल के विवाह में जमकर अपने पैरों को त्रिकाया साथी दूल्हे ने भी बाजे गाजे में अपने इस विवाह की खुशी बड़ी धूमधाम से मनाई आज पूरे भैंसदेही शहर में इस प्रेमी युगल के विवाह चर्चाओं चौक चौराहों पर हो रही है और पुलिस के कार्य की जमकर प्रशंसा भी हो रही है।