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नागरिकता कानून का अंतिम सांस तक विरोध किया जायेगा : मुख्यमंत्री कमलनाथ

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Dec 26, 2019

बुधवार को भोपाल में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी के खिलाफ कांग्रेस के आह्वान पर चार किमी लंबी संविधान बचाओ न्याय यात्रा निकाली गई। इसे संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि जिस तरह नागरिकता कानून लाया गया है, उससे आम नागरिकों के अधिकार और भविष्य खतरे में है। इसका अंतिम सांस तक विरोध किया जाएगा।
 
कांग्रेस नेताओं के अलावा कई कम्युनिस्ट नेता भी मौजूद 
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस की न्याय यात्रा भोपाल के रोशनपुरा चौराहा से शुरू हुई और मिंटो हॉल स्थित गांधी प्रतिमा पर पुष्पांजलि के साथ संपन्न हुई। रोशनपुरा चौराहा पर मंच बनाया गया था, जिस पर विभिन्न धर्मगुरुओं के साथ कांग्रेस नेताओं के अलावा कई कम्युनिस्ट नेता भी मौजूद थे। कमलनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि देश की पहचान हमारे संविधान और संस्कृति से है। यह देश और धर्मो को जोड़े रखती है। संविधान पर आज जो आक्रमण हो रहा है, वह केवल संविधान पर नहीं, बल्कि हर नागरिक पर है।

अंतिम सांस तक लड़ेंगे लड़ाई
अपने बयान में आगे भाजपा व उसके नेताओं का नाम लिए बिना कमलनाथ ने कहा कि वे संसद के भीतर कुछ और बाहर कुछ कहते हैं। वे गुमराह करने की राजनीति कर रहे हैं। जिस प्रकार का कानून वे लाए हैं, उसके खिलाफ अंतिम सांस तक लड़ाई लड़ेंगे। हम आने वाली पीढ़ी को ऐसा देश सौंपना चाहते हैं जो हमारे पूर्वज और संविधान बनाने वालों ने हमें सौंपा था। न्याय यात्रा संपन्न होने के बाद पत्रकारों से चर्चा में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने फिर कहा कि मध्यप्रदेश में ऐसा कोई कानून लागू नहीं होगा जो संविधान, समाज, धर्म या जनविरोधी होगा। कांग्रेस को नागरिकता कानून तथा एनआरसी में जो लिखा है, उसकी नहीं, बल्कि जो नहीं लिखा है उसकी चिंता है। सरकार का जो लक्ष्य है, उसकी चिंता है। इसके उपयोग की चिंता नहीं वरन दुरुपयोग की चिंता है।