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अनोखी पहल, जन सुनवाई हेतु ग्रामीण अंचलों में पहुंचे कलेक्टर

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Jun 26, 2019

इरफान खान : प्रदेश शासन की आम लोगों की समस्याओं के निराकरण के लिए पूरे प्रदेश भर में जनसुनवाई का आयोजन प्रति मंगलवार को किया जाता है। इस योजना से इतर हट कर जिले के लोकप्रिय कलेक्टर ललित द्वारा एक अनूठी पहल की गई है। इसके तहत वे खुद एवं जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारियों को  अपने साथ बस में लेकर जन सुनवाई हेतु दूरस्थ ग्रामीण अंचल जैतपुर पहुंचे।

कलेक्टर की अनोखी पहल
जिले के संवेदनशील कलेक्टर ललित दाहिमा की अनोखी पहल के चलते जिले की जनपद पंचायत बुढार के जेतपुर कस्बे में ग्रामीणों की समस्याओं के त्वरित निराकरण करने के मकसद से उनके दरवाजे पर पहुंचे। उनके साथ समभाग मुख्यालय के विभिन्न विभागों के अधिकारियों को सहभागी बनाते हुए अनोखी पहल की गई।

ग्रामीणों की समस्या का किया त्वरित निराकरण
शहडोल जिले के अंतिम छोर जैतपुर तहसील में आज केलक्टर शहडोल ने अनूठी पहल करते हुए बस में सवार होकर अपने अधिकरियो के साथ पहुचे जहां उन्होंने आईटीआई के एक हाल में जनसुनवाई जिले के सभी अधिकारियों के बीच शुरुआत की। जहां उन्होंने ग्रामीण की समस्या का त्वरित समाधान  किया। यह बात आस पास के क्षेत्र में आग की तरह फैल गई और फिर देखते ही देखते लोगों का हुजूम इकट्ठा ही गया। कलेक्टर के सामने लोगों की समस्या का अंबार लग गया जिसमें कई तरह की समस्याएं आई। मुख्य रूप से जमीनी विवाद,व्रद्धा अवस्था पेंशन, राशन नहीं मिलना जैसे अन्य कई समस्याएं थी। चलित जनसुनवाई में सैकड़ों मामले सामने आए जिनका त्वरित निराकरण किया गया। 

आंगनबाड़ी का कलेक्टर ने किया औचक निरिक्षण
इस चलित जनसुनवाई के दौरान जैतपुर के रासमोहनी ग्राम में कलेक्टर ने एक आंगनबाड़ी का औचक निरीक्षण किया जहां कई तरह की अव्यवस्थाई देख पहले तो कलेक्टर भड़के फिर व्यवस्थाओं को सुधारने की बात कहते हुए आगे बढ़े। इस दौरान कलेक्टर ने जैतपुर अस्पताल का निरीक्षण किया। जहां कई तरह की दवा वितरण रजिस्टर, उपस्थिति रजिस्टर की पड़ताल की जिसमें कई तरह की कमियां सामने आने और जिम्मेदारों को फटकार लगाते हुए व्यवस्था सुधारने की हिदायत दी। 

दूसरे क्षेत्रों से काफी पिछड़ा है शहडोल
बता दें कि शहडोल जिले के सबसे दूरस्थ अंचलो में जैतपुर तहसील आती है। और दूसरे क्षेत्रों की अपेक्षा यह क्षेत्र जिले के दूसरे क्षेत्र से काफी पिछड़ा है, जिस तरीके से कलेक्टर शहडोल ने निर्णय लिया है यह काफी सराहनीय है।