Sep 20, 2019
विनोद शर्मा : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ग्वालियर में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि बायोलॉजिकल और कैमिकल टेररिज्म के खतरे की आशंकाएं भी है। टेररिस्ट अब किसी भी तरह का हमला कर सकते है, हमारे पड़ोसी देश को सब जानते है। इसलिए हर तरह के अटैक से निपटने के लिए हमें तैयार रहना है।
रक्षा मंत्री ने की वैज्ञानिकों की उपलब्धियों की जमकर तारीफ
इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ग्वालियर में रक्षा अनुसंधान एवं विकास प्रतिस्थापना (DRDE) के वैज्ञानिकों के साथ बैठक की। बैठक में रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन के प्रमुख डॉ. जी सतीश रेड्डी भी बैठक में उपस्थित रहे। रक्षामंत्री ने डीआरडीई का जायजा लेने के बाद वैज्ञानिकों की उपलब्धियों की जमकर तारीफ की। राजनाथ बोले- आपने जो अचीवमेंट हासिल किए हैं, उसके लिए दिल की गहराईयों से बधाई देता हूं। और भी बहुत सारी चीजें देखी हैं। उसे पब्लिकली नहीं बता सकता हूं। अगर बोलूंगा तो अभी तूफान खड़ा हो जाएगा। मैं समझता हूं कि जो भी अक्लमंद देश में होंगे, उनके लिए मेरा इतना ही कहना पर्याप्त होगा।
200 मीटर की सीमा में आने वाले भवनों को हटाने का आदेश
इस मौके पर सिटी सेंटर स्थित डीआरडीई की शिफ्टिंग का मामला भी रक्षामंत्री ने उठाया। राजनाथ सिंह ने कहा कि ये यहां का स्थानीय मामला है। उच्च न्यायालय का कोई आदेश था, जिसमें डीआरडीई की 200 मीटर की सीमा में आने वाले भवनों को हटाने का आदेश हुआ था। ये प्रस्ताव राज्य कैबिनेट के अधीन है। मैं इतना ही कहूंगा कि भूमि का आवंटन होते ही डीआरडीई की परिधि को 200 मीटर से जितना अधिकतम कम किया जा सकता है। उसे किया जाएगा। जिससे भवनों को कम से कम नुकसान हो। इसे निश्चित अवधि में पूरा करेंगे। इसके साथ ही राजनाथ सिंह ने कल बेंगलुरु में HAL एयरपोर्ट पर भारत के स्वदेशी लड़ाकू विमान तेज में उड़ान भरी थी। राजनाथ सिंह ने विमान में आधे घंटे सवारी की। राजनाथ सिंह तेजस में उड़ान भरने वाले पहले रक्षा मंत्री बने। तेजस में उड़ान के बाद उन्होंने कहा कि यह काफी अद्भुत और शानदार अनुभव था।