Loading...
अभी-अभी:

घुमक्कड़ जाति के डेढ़ दर्जन परिवार प्रदेश की जनकल्याणकारी योजनाओं से वंचित

image

Sep 5, 2018

शिवराम बर्मन : डिंडोरी जिले के शहपुरा जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत मरवारी के पोषक ग्राम निवसी में निवासरत लगभग डेढ़ दर्जन घुमंतू जनजाति के लोग विकास की मुख्यधारा से कटे हुए हैं। गौरतलब है कि घुमंतू जनजाति के लोग लगभग 20 साल से लकड़ी मिट्टी व पन्नी कपड़े तानकर रह रहे हैं। ग्राम पंचायत के द्वारा जॉब कार्ड राशन कार्ड तो बनाए गए हैं, लेकिन पंचायत के द्वारा काम नहीं दिया जाता। राशन कार्ड होने के बावजूद उचित मूल्य दुकान से इन्हें राशन नहीं मिल पा रहा है। ये लोग एक अलग मोहल्ला बनाकर रहे हैं, जहां पर बिजली पानी की कोई व्यवस्था ही नहीं है। नाले का गंदा पानी पीकर गुजर बसर करना पड़ रहा है। 

शासन के द्वारा शिक्षा का अधिकार कानून बनाया गया है मगर घुमक्कड़ परिवार नौनिहाल बच्चे हाथ में कटोरा रख रखकर शहपुरा नगर सहित आसपास के गांवों में भीख मांगकर पेट भरने को मजबूर हैं। घुमक्कड़ जाति के डेढ़ दर्जन से ज्यादा लोग आज केन्द्र एवं राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से वंचित हैं। लगभग 50 बच्चे शिक्षा से वंचित है।

शासन-प्रशासन लाख दावे करे, लेकिन घुमक्कड़ जाति परिवार की हालत देखने के बाद  विकास का ढिंढोरा पीटने वाले कुंभकर्णी नींद में सोये जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों को विकास की जमीनी हकीकत देखने को मिल जायेगी।