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लाइलाज़ बीमारी से ग्रसित बच्चों के परिजनों ने मांगी इच्छा मृत्यु

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Sep 5, 2018

संदेश पारे - हरदा जिले के लगभग दो दर्जन से अधिक बच्चो को मस्कुलर डिस्टोफी से नामक लाइलाज बीमारी ने अपनी चपेट में ले रखा है। जिसके चलते इन नन्हे बच्चों को अपने खलने कूदने के दिनों को व्हीलचेयर पर बैठकर गुजरना पड़ रहा है। इन बच्चों को भी अन्य बच्चो की तरह ग्राउंड पर खेलने भागने का मन होता है। लेकिन मस्कुलर डिस्टोफी नामक बीमारी की वजह से यह बच्चे अब खेलना तो दूर चलने फिरने से भी मोहताज हो गए हैं।

लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी कोई राहत नही

इन बच्चों के इलाज के लिए इनके परिजनों ने अपनी क्षमता से भी बढ़कर देश के अलग अलग शहरों में इलाज कराया लेकिन लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी कोई राहत नही मिली। लेकिन इन बच्चों की आशा की किरण फिर से जागी है। पालको के अनुसार इस बीमारी के लिए कोई दवा तैयार की गई है। लेकिन उस दवा की कीमत करोड़ रुपए होने की वजह से वे अपने बच्चों का इलाज कराने में लाचार नजर आ रहे हैं।

पालको ने लगाई मदद की गुहार

जिसके चलते आज जन सुनवाई में जिले के अलग अलग गांवों के पालको ने अपने बच्चों के उपचार के लिए मदद की गुहार लगाई है। पालको का कहना है यदि शासन हमारी मदद नही कर सकता तो हमारे बच्चों को इच्छा मृत्यु दे दे। जन सुनवाई में कलेक्टर से मिलने पहुंचे बच्चे और उनके परिजनों से जिला पंचायत सीईओ एचएस मीणा ने मुलाकात कर नियमानुसार जो भी मदद होगी करने की बात कही है।

सीईओ एचएस मीणा ने दिया आस्वासन

लेकिन इस दौरान इन बच्चों के परिजनों का दर्द सामने आ गया। पीड़ित बच्चों की मां ने कहा कि हमनें अपनी पूरी क्षमता से बढ़कर इन बच्चो का इलाज कराने का प्रयास किया है लेकिन अब हमारी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। हम अपने बच्चों को घुट घुट कर  जीवन और मौत के बीच घिरा हुआ नही देखना चाहते। या तो शासन इन बच्चो का इलाज कराए या फिर इन्हें इच्छा मृत्यु की अनुमति प्रदान करें।