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ग्वालियर में आज से तानसेन समारोह का आगाज़, तानसेन के समाधि स्थल पर हरिकथा और मिलाद का आयोजन

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Dec 17, 2019

विनोद शर्मा : सुरों के सारताज कहे जाने वाले तानसेन की याद में ग्वालियर में आज से तानसेन समारोह का आगाज हो गया है। परम्परागत तरीके से शुरू हुए इस समारोह में सबसे पहले समाधि स्थल पर हरिकथा और मिलाद का आयोजन किया गया। इसके बाद शाम को कमलनाथ सरकार की कैबिनेट मंत्री विजय लक्ष्मी साधौं बतौर मुख्य अतिथि शमिल होगीं। समारोह में मुंबई के पं. विद्याधर व्यास को तानसेन अलंकरण से सम्मानित किया जाएगा। बता दें कि, तानसेन की महफिल सज चुकी है। हर कोई बस तानसेन की समधि पर आकर तानसेन के रंग की कोशिश में लग गया है। चाहे फिर हिंदू हो या मुस्लिम सब कोई आपने-आपने तरीके से उन्हे श्रद्धांजलि देने की कोशिश में लग गए है। सबसे पहले ढो़ली बुआ महाराज के शिष्यों ने तानसेन की समधि पर श्रद्धाजंलि दी। तो वही मुस्लिम समाज की और से उनके लिए मिलाद शरीफ का आयोजन किया गया। ऐसे में रासिकों के पहुंचने का भी सिलसिला शुरू हो गया है। 

तानसेन समारोह को लेकर दूर-दराज से लोगों के पहुंचने का सिलसिला भी जारी है। कुछ रसिक प्रेमी तो ऐसे भी जो अपनी पैदाईश के बाद से ही तानसेन समारोह में देखने ओर सुनने आ रहे है। लेकिन इस बार देश के कलाकारों के साथ कुछ तानसेन प्रेमी भी समारोह अपनी प्रस्तुति देंगे। जिसको लेकर रासिक उत्साहित है। उनके मुताबिक तानसेन समारोह में गंगा जमुनी तहजीब दिखाई देती है। अंतर्राष्ट्रीय तानसेन समारोह की शुरूआत तत्तकालीन माधवराव सिंधिया ने 1924 में की थी। जिसके बाद से लगातार इस समारोह को मनाया जा रहा है। पांच दिनों तक चलने वाले इस समारोह में देश-विदेश की कलाकार शिरकत करते थे। लेकिन जब से तानसेन समारोह को मप्र ने अपने जिम्मे लिया लेकिन धीरे-धीरे अब इस आयोजन में गिरावट आने लगी थी। लेकिन अब कहा जा रहा है कि कांग्रेस की सरकार आने के बाद से फिर से तानसेन समारोह अपनी ऊचाई छुएंगा।