May 3, 2019
धर्मेंद्र शर्मा : ग्वालियर में नगर निगम की ओर से एक दशक पहले शहर के लोगों की प्यास बुझाने के लिए जगह जगह बनवाई गई पीने के पानी की प्याऊ देख रेख के अभाव में खस्ता हाल में पहुंच गई है। बता दें कि इन प्याऊ में ना तो साफ पानी है और ना ही इनके नलों में टोंटी बची है ऐसे में भीषण गर्मी में शहर के लोग खासकर ऐसे लोगों को परेशानी खड़ी हो गई है। जिनके पास पानी खरीद कर पीने के लिए पैसे नहीं है।
नगर निगम ने लगाई प्याऊ, लेकिन नहीं हो रहा इस्तेमाल
दरअसल सालों पहले भीषण गर्मी के दिनों में शहर के लोगों की प्यास बुझाने के लिए नगर निगम की ओर से जगह जगह पक्की प्याऊ बनवाई गई थी तो कुछ इलाकों में सामाजिक संस्थाओं के द्वारा भी इनका निर्माण कराया गया था। लेकिन आज के दौर में बाजार में पैक किया हुआ पानी और वाटर एटीएम की सुविधा शहर में मौजूद है जिसे सक्षम लोग पैसा देकर अपनी प्यास बुझा लेते हैं। लेकिन इस भीषण गर्मी में सबसे ज्यादा हाल उस गरीब तबके के लोगों का हो रहा है। जिनके पास इन्हें खरीदने के पैसे तक नहीं है। ऐसे गरीब और असहाय लोग इन्हीं प्याऊ के जरिए अपनी प्यास बुझाते हैं।
सफाई की ओर किसी का ध्यान नहीं
लेकिन नगर निगम की उदासीनता के चलते इनकी कभी सफाई ही नहीं होती है, ऐसे में टंकी में भरे पानी में पेड़ों के पत्ते सहित पंक्षी भी गिर जाते हैं। जिसके कारण पानी पीने योग्य नहीं रह जाता है लेकिन फिर भी इसकी सफाई की ओर किसी भी जिम्मेदार का ध्यान नहीं है कैसे में सबसे बड़ी परेशानी सबसे निम्न स्तर के लोगों को उठानी पड़ रही है।








