Aug 8, 2025
मुरैना का जादुई कुंतलपुर: आधे गांव में मच्छरों का आतंक, आधे में एक भी नहीं
मध्यप्रदेश के मुरैना जिले का कुंतलपुर गांव एक अनोखा रहस्य समेटे हुए है। यहां आधे गांव में मच्छरों का आतंक है, जबकि बाकी आधे हिस्से में एक भी मच्छर नहीं दिखता। यह चमत्कारिक घटना स्थानीय लोगों के बीच चर्चा का विषय है। इस गांव का इतिहास महाभारत की माता कुंती से जुड़ा है। आइए, इस रहस्यमयी गांव और इसके पीछे की कहानी को जानते हैं।
महाभारत से कुंतलपुर का नाता
कुंतलपुर, जिसे कुतवार भी कहा जाता है, महाभारत में माता कुंती का ननिहाल माना जाता है। स्थानीय मान्यताओं के अनुसार, यहीं आसन नदी के किनारे कुंती ने सूर्यदेव का आह्वान किया था, जिसके फलस्वरूप उन्हें पुत्र कर्ण की प्राप्ति हुई। नदी को आज भी ‘कर्णखार’ के नाम से जाना जाता है। इस गांव का ऐतिहासिक और पौराणिक महत्व इसे और भी खास बनाता है।
मच्छरों का रहस्यमयी चमत्कार
कुंतलपुर में मच्छरों से जुड़ी कहानी बेहद रोचक है। स्थानीय बुजुर्ग बताते हैं कि एक बार गांव में रात्रि जागरण के लिए एक मंडली आई थी। जागरण के बाद सुबह मच्छरों ने लोगों को परेशान करना शुरू किया। मंडली के एक व्यक्ति ने मंत्रों के जरिए मच्छरों को बांधने का प्रयास किया, लेकिन वह केवल आधे गांव में ही सफल हो पाया। इसी दौरान एक ग्रामीण ने उसकी हत्या कर दी, यह डरते हुए कि वह मच्छरों को फिर से मुक्त कर देगा। तब से आधे गांव में मच्छर हैं, जबकि आधे में नहीं।
आज भी कायम है रहस्य
यह रहस्य आज भी कुंतलपुर को अनूठा बनाता है। बारिश के मौसम में जब मच्छरों का आतंक बढ़ता है, तब भी गांव का एक हिस्सा इससे पूरी तरह मुक्त रहता है। यह घटना न केवल स्थानीय लोगों के लिए आश्चर्यजनक है, बल्कि बाहरी लोगों को भी इस गांव की ओर आकर्षित करती है।