Nov 18, 2016
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने आज नर्मदा सेवा यात्रा के कार्यक्रमोें की समीक्षा बैठक की उन्होने कहा है कि नर्मदा सेवा यात्रा माँ नर्मदा को प्रदूषणमुक्त रखने की आस्था का अवसर है। इसमें व्यापक जन-भागीदारी के लिए जन-जागरण के प्रभावी प्रयास किए जाएँ। इस अवसर पर मुख्य सचिव बीपी सिंह भी मौजूद थे। चौहान ने कहा कि नर्मदा सेवा यात्री जिस दिन जिस गाँव में पहुँचेंगे, उसकी तिथियों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये। दीवार लेखन के माध्यम से इस संबंध में जानकारी प्रसारित की जाये। उन्होंने यात्रा के स्वागत और जन-जागरण के लिए ग्राम स्तर पर नर्मदा सेवा समितियों के गठन की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि इन समितियों में क्षेत्र के सभी गणमान्य व्यक्तियों को शामिल किया जाए। उन्होंने नर्मदा सेवा यात्रा में जन-भागीदारी के महत्व को प्रतिपादित करते हुए कहा कि जो नागरिक यात्रा में आर्थिक सहयोग करना चाहते हैं, उनको भी भागीदारी का अवसर दिया जाए । उन्होंने इसके लिए एक कोष की स्थापना का सुझाव दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यात्रा का शुभारंभ कार्यक्रम धूमधाम के साथ किया जाए। एक गाँव के लोग यात्रा को दूसरे गाँव तक छोड़ने जाये। इसी तरह जिले की सीमा के प्रारंभ से अंत तक भी सेवा यात्रियों के समूह भी गठित किया जायें। उन्होंने कहा कि यात्रा का कार्यक्रम इस तरह तैयार किया जाए कि वह वर्षा ऋतु से पहले पूरी हो जाए।
बताया गया कि नर्मदा सेवा यात्रा 11 दिसंबर को अमरकंटक से शुरू होगी। यात्रा में शामिल होने के लिए अभी तक वेबसाइट के माध्यम से 11 हजार 834 प्रतिभागियों ने पंजीयन करवाया है। यात्रा की तैयारियों के संबंध में समाजसेवी संस्थाओं, जन-प्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ चर्चा भी की गई है। बैठक में अपर मुख्य सचिव दीपक खांडेकर, इकबाल सिंह बैस और राधेश्याम जुलानिया, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव अशोक वर्णवाल और एस.के. मिश्रा, आयुक्त जनसंपर्क अनुपम राजन, मुख्यमंत्री के सचिव विवेक अग्रवाल और हरिरंजन राव, मुख्यमंत्री के ओएसडी आदर्श कटियार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।