Nov 23, 2016
नोटबंदी का आज 15वां दिन है, लेकिन लोगों को पैसा निकालने में अभी भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है। विपक्ष संसद परिसर में धरना दे रहा है तो संसद में हंगामे के आसार हैं। इस बीच वित्त मंत्रालय ने किसानों को राहत देते हुए जिला सहकारी बैंकों के लिए 21 हज़ार करोड़ कैश दिए जाने का एलान किया है।
नये नियमों के अनुरुप अब फसल लोन कैश में मुहैया होगा। फोन से ट्रांसजेक्शन पर सर्विस चार्ज नहीं लगेगा। paytm जैसे ई वॉलेट में अब 20,000 रुपये जमा होंगे, अब तक 10,000 रुपये की सीमा थी। डेबिट कार्ड पर सर्विस चार्ज नहीं लगेगा। RuPay कार्ड का स्विटिंग चार्ज खत्म कर दिया गया है। वित्त मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने कहा है कि किसानों को राहत देने के लिए जिला सहकारी बैंकों को 21 हज़ार करोड़ दिए जाएंगे।
नोटबंदी के मुद्दे पर अपना विरोध मुखर करते हुए एकजुट विपक्ष आज संसद भवन के बाहर धरना दे रहा है। इस धरने में कुल 14 पार्टियां शामिल हैं, जिसमें कांग्रेस, टीएमसी, जदयू, माकपा, भाकपा, एनसीपी, बसपा और राजद जैसे दल हैं। राहुल गांधी भी प्रदर्शन में मौजूद हैं और नोटबंदी का फैसला वापस लेने की मांग की।
विपक्षी दल आज सुबह 9.45 बजे से संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरना दे रहे हैं। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सभी दल आपस में बातचीत कर रहे हैं और आने वाले दिनों में राष्ट्रपति से मिलने पर विचार किया जा रहा है। विपक्षी दलों ने यह तय किया कि मुख्य विषय नोटबंदी है हालांकि बैंकों और एटीएम में कतार में खड़े लोगों की मौत, आम लोगों और किसानों की परेशानी, नोटबंदी की सूचना कथित तौर पर लीक करने जैसे मुद्दों को उठाया जायेगा। आपको बता दें कि नोटबंदी का आज 15वां दिन है। कुछ बैंक और एटीएम पर पहले के मुकाबले भीड़ कम हुई है, लेकिन परेशानी खत्म नहीं हुई है।
संसद में हंगामे के आसार
नोटबंदी के मुद्दे पर लोकसभा और राज्यसभा में विपक्षा का हंगामा जारी है. संसद को दोनों सदनों में आज भी हंगामे के आसार है. विपक्ष के हंगामे के चलते संसद की कार्यवाही नहीं हो पा रही है. नोटबंदी के चलते पैदा हुई समस्याओं में मारे गए लोगों के परिजनों को मुआवजा देने की नयी मांग को लेकर विपक्ष द्वारा किए गए हंगामे के कारण मंगलवार को भी संसद के दोनों सदनों में कोई महत्वपूर्ण विधायी कामकाज नहीं हो सका और इस सप्ताह लगातार दूसरे दिन संसद की कार्यवाही हंगामे की भेंट चढ़ गयी।
विपक्षी सदस्य इस मुद्दे पर चर्चा के दौरान सदन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी की मांग पर भी अड़े रहे. लोकसभा और राज्यसभा में सुबह से ही विपक्ष ने नोटबंदी के चलते पैदा हुए हालात को लेकर हंगामा शुरू कर दिया और प्रश्नकाल की कार्यवाही भी बाधित हुई तथा कई बार के स्थगन के बाद अंतत: दोनों सदनों की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।
लोकसभा में विपक्ष का साथ एआईएडीएमके ने भी दिया और मतविभाजन के नियम के तहत चर्चा कराने की मांग पर जोर दिया. सत्ता पक्ष ने हालांकि विपक्ष की इस मांग का जोरदार विरोध किया. कांग्रेस नेता मल्लिकाजरुन खड़गे और टीएमसी के सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा कि वे बहस चाहते हैं लेकिन प्रधानमंत्री की मौजूदगी में। उधर राज्यसभा में प्रधानमंत्री की मौजूदगी में चर्चा की मांग समेत विपक्ष ने एक नयी मांग रख दी. विपक्ष का कहना था कि सरकार नोटबंदी के कारण पैदा हुई समस्या के चलते मारे गए 70 लोगों को के परिजनों को दस-दस लाख रूपये का मुआवजा दे।