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रियल लाईफ में पैडमेन का किरदार निभा रहा ये व्यक्ति, जिलेभर में महिलाओं को कर रहे जागरूक

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Nov 23, 2019

विकास राव शिंदे : रियल लाईफ में अक्षय कुमार को पेड़मेन मूवी में इस कैरेक्टर को निभाते तो आपने देखा ही होगा लेकिन आज हम रियल लाईफ के पैडमेन से मिलवाने जा रहे है जोकि अक्षय कुमार की ही मूवी से प्रभावित होकर असल जिंदगी में पैडमेन की भूमिका निभाने में लगा है। जी हां, ये पैडमेन म.प्र. के नीमच जिले के एक छोटे से गांव खोर का है जिसने अपने बल पर सैनेटरी नेपकिन पैड बनाने की एक छोटी सी यूनिट की शुरुआत की है और अपने गांव सहित जिलेभर में महिलाओं को इसके प्रति जागरूक करने के साथ ही सस्ते पैड उपलब्ध करवाए हैं। इसके साथ ही गांव की ही 15 महिलाओं को रोजगार से भी जोड़ा है आज इस पैडमेन की यूनिट लगातार बढ़ रही है। 

50,000 से अधिक नेपकिन पेड़ भोपाल व अन्य शहरों में भेजे जा चुके हैं..
नीमच के इस पैडमेन ने नीमच जिला मुख्यालय से १५ किलोमीटर दूर ग्राम खोर के एक जांबाज और जुझारू युवक भूपेंद्र खोईवाल ने महिलाओं की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए अक्षय कुमार की पैडमैन मूवी का किरदार निभाते हुए खोर में एक छोटे से प्लांट से नैपकिन पैड बनाने का कार्य शुरू किया। इस युवक ने ऐश्वर्या इंटरप्राइजेस नाम की अपनी इस फर्म में आसपास की कई महिलाओं को ना केवल रोजगार दिया बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर भी बनाया, धीरे धीरे कई महिलाओ ने इस काम में हाथ बंटाना शुरू किया इस छोटे से लघु उद्योग से लगभग 50,000 से अधिक नेपकिन पेड़ भोपाल और अन्य शहरों में अब तक ये भेजे जा चुके हैं 

महिलाओं को कर रहे जागरूक
भूपेंद्र ने काफी सस्ते पैड बनाये है जिनकी कीमत मात्र २० रु है और २० रु में ८ पेड़ एक पैकेट में ये महिलाओ को उपलब्ध करवा रहा है। जोकि बाजार में ४० रु से कम में नहीं मिलेंगे। महिलाओं की समस्याओं को दूर करने और स्वच्छता की ओर उन्हें अग्रसर करने के लिए लगातार यह पैडमैन अपनी टीम के साथ विभिन्न गांवो का भ्रमण करता है और अपनी टीम के साथ घर-घर में सेनेटरी नैपकिन पहुंचने के साथ ही महिलाओं को जागरूक करने का काम भी ये पेड़ मेन अपनी टीम के साथ करने में जुटा है 

सरकारी मदद की उम्मीद में भूपेंद्र
केंद्र की ग्रामीण सुविधा केंद्र खोले गए है जहां पर डिजिटल इण्डिया के तहत कई सुविधाएं दी जा रही है। जिसमें एक प्रोजेक्ट स्त्री स्वाभिमान सैनेटरी पेड़ मेन्युफेक्चरिंग यूनिट का भी है जिसे भूपेंद्र ने एक चेलेंज के रूप में लिया ओर आज वे एक छोटी यूनिट से शुरुआत कर चुके है ओर वे इसमें सफल भी हुये है लेकिन अब भूपेंद्र अपनी इस छोटी सी यूनिट को बढ़ाते हुवे इस कार्य को बड़े स्तर पर करने के साथ ही ओर भी महिलाओं को रोजगार से जोड़ने को लेकर सरकारी मदद की बाट जो रहे हैं। भूपेंद्र ने अपनी यूनिट को बढ़ाने का मन बनाते हुये लोन के लिए आवेदन भी किया मगर पिछले चार माह से वो बैंको के चक्कर पर चक्कर काटने को मजबूर है लेकिन उसे आज तक लोन नहीं मिल पाया है। इस मामले में जिला पंचायत सीईओ ने भरोसा दिलाया है की वे भूपेंद्र की मदद जरूर करेगी।  

अक्षय कुमार की पेड़मेन मूवी से हुए प्रभावित
स्त्री स्वाभिमान सेनेटरी नेपकिन पैड यूनिट के संचालक,भूपेंद्र खोईवाल ने बताया की वे सामाजिक क्षेत्र में कुछ काम करना चाहते थे और जब मैंने अक्षय कुमार की पेड़मेन मूवी देखी तो ऐसा ही कुछ करने की ठानी और केंद्र की स्त्री स्वाभिमान योजना के तहत सेनेटरी नेपकिन पैड यूनिट लगाई। जिसमें पहले काफी समस्याएं आई क्योंकि महिलायें इस काम तक को करने में शर्म महसूस करती थी लेकिन उन्हें भी जागरूक किया और आज मेरी यूनिट में १५ महिलायें काम कर रही है। यही नहीं ये महिलाये मेरे साथ गांव गांव जाकर अन्य महिलाओं को जागरूक करने का काम तक करती है। 

कई महिलायें इस रोजगार से जुड़ी
स्त्री स्वाभिमान सेनेटरी नेपकिन पैड यूनिट की टीम मेंबर भारती नागपाल ने बताया की भूपेंद्र जी ने मेरी जैसे कई महिलाओं को इस रोजगार से जोड़ा ओर हमें भी खुद अपने पैरों पर खड़े होने का मौका दिया है। पहले हमें भी थोड़ा अजीब सा लगा लेकिन जब हमने भी इसके महत्व को समझा तो हम भी इस यूनिट से जुड़े और अब हम भी महिलाओं को जागरूक करने का काम करते हैं। गांव गांव जाकर महिलाओं को सेनेटरी नैपकिन के फायदे बताने के साथ ही कपडे के नुकसान को बताते है जिससे महिलायें जागरूक भी हो रही है।