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कलेक्टर अंकल! स्कूल की छत हमारे ऊपर गिरी तो क्या होगा..

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Sep 22, 2019

लखन बर्मन : कलेक्टर अंकल! स्कूल की छत हमारे ऊपर गिरी तो क्या होगा?" यह भय है एक जर्जर हो चुके सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों का। जो इन बच्चों ने एक नए अंदाज में जिला कलेक्टर को भेजे पत्र में बयां किया है। इस तरह से बच्चों ने समय रहते प्रशासन को अपने जीवन के प्रति आशंका से अवगत कराया है।

समाज सेवियों ने कलेक्टर को समस्या से कराया अवगत
ये बच्चे हैं कैबिनेट मंत्री ओमकार मरकाम के गृह डिंडोरी जिले के समनापुर विकासखंड के अतरिया ग्राम में संचालित होने वाले शासकीय प्राथमिक विद्यालय का है। जानकारी के अनुसार मासूम बच्चों का यह पत्र समनापुर के समाज सेवियों ने शनिवार को कलेक्टर के नाम नायब तहसीलदार दिलीप मरावी को सोंपा।

अगर इस विद्यालय की छत हमारे ऊपर गिरेगी तब कितना दर्द होगा..
ज्ञात हुआ है कि, छात्रों ने इस पत्र में लिखा है कि हम बच्चे समनापुर के अतरिया स्कूल में पढ़ते हैं, जब हम घर से विद्यालय जाते हैं तब एक कंकड़ भी हमारे पैरों में चुभ जाये तो दर्द होता है। अगर यह विद्यालय हमारे उपर गिरेगा तब कितना दर्द होगा उसकी कल्पना भी नही कर पा रहे हैं। विद्यालय की खराब स्थिति देख हमारा मन विद्यालय आने को नहीं करता और डर भी लगता है लेकिन हम अपने माता-पिता को कहते कि हमे स्कूल नहीं जाना है तब हमारे माता-पिता न पढने का बहाना समझते हैं। और आगे बच्चों ने लिखा है कलेक्टर अंकल आपसे निवेदन है कि आप हमारे स्कूल को बनवा दें या फिर स्कूल के बाहर अपना एक लेटर लगवा दें की यह विद्यालय कभी भी गिर सकता है अपने बच्चों को न पहुंचाएं।

कभी भी गिर सकता है विद्यालय का भवन
विद्यालय का भवन कभी भी गिर जाने की स्थिति में है एवं एक ही कमरे में पहली से पांचवीं तक की कक्षा संचालित है। जिससे बच्चों की पढाई नहीं होती।एवं दूसरे कमरे में आंगनवाड़ी संचालित होती है। बताया गया है कि, समाज सेवी ग्रुप ने पोस्टमेन बन इस चिट्ठी के माध्यम से बच्चों की परेशानियों के बारे में कलेक्टर को बच्चों और विद्यालय की समस्याओं से अवगत कराया। समाज सेवी ग्रुप की ओर से बच्चों के पोस्टमैन के रूप में पीतम तेकाम,गोरा राय,मदनमोहन राय, सुनील हथेस व पप्पू पड़वार आदि उपस्थित रहे।