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करोड़पति बीएसपी लीडर दीपक भारद्वाज के हत्याकांड का हुआ खुलासा

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Sep 18, 2017

यूपी : एक तरफ देश में बाबा राम रहीम जैसे दुष्कर्मी बाबा की करतूत सामने आई, तो वहीं एनसीआर में ही कातिल और सुपारीबाज बाबा की करतूत भी सामने आई हैं। इस बाबा ने एक लड़की को खुश करने और आश्रम बनाने के लिए एक करोड़पति बीएसपी लीडर को मार दिया था।

दिल्ली के चर्चित बीएसपी नेता दीपक भारद्वाज के फार्म हाउस में हुए हत्याकांड का आज गाजियाबाद पुलिस ने खुलासा किया हैं। इस मामले में एक फर्जी बाबा प्रतिभानंद को गिरफ्तार किया गया हैं। जिस पर एक लाख का इनाम था। प्रतिभानंद बहरूपिया हैं और कई नामों से देश में 4 साल से छुप रहा था।

 आपको बता दें कि मार्च 2013 में गुरू ग्राम के पास एक फार्म हाउस में बीएसपी के करोड़पति नेता दीपक भारद्वाज की हत्या कर दी गई थी। जिसमें प्रतिभानंद का नाम मुख्य रूप से सामने आया था।

प्रतिभानंद पर दिल्ली पुलिस ने एक लाख रुपए का इनाम रखा हुआ था। गाजियाबाद में सिहानी गेट पुलिस ने प्रतिभानंद की गिरफ्तारी की हैं। सूत्र बता रहे हैं कि इसने फरार रहने के दौरान कई तरह के चेहरे अख्तियार किए थे और लगातार नाम भी बदल रहा था।

गाजियाबाद में दिल्ली पुलिस का एक लाख का इनामी बाबा गिरफ्तार हो गया हैं। कुछ साल पहले इसने दिल्ली में बीएसपी लीडर दीपक भारद्वाज की हत्या की थी। बाबा के बारे में पता चला हैं कि इसके लिए इसने सुपारी ली थी।

मृतक दीपक के वकील के साथ इसका उठाना बैठना था। वकील ने मृतक के बेटे, पत्नी और शूटर किलर के साथ मिलकर बाबा को भी शामिल किया। इसके बाद खेल शुरू हुआ। बाबा को 2 करोड़ रुपए की जरुरत थी।

जिससे वो अपना महल आश्रम तैयार करना चाहता था। हरिद्वार में ये आश्रम बनना था। दीपक के एक महिला से संपर्क में उसके बेटे ने ये हत्या प्लान की थी। बाबा को भी शामिल किया गया था। चार साल पहले हुए इस हत्याकांड में बाबा ने अहम् भूमिका निभाई और फरार था।

आज पकड़ा गया तो मीडिया के कैमरे पर बेझिझक बोला। उसे जरा भी पछतावा नहीं हैं। उसका कहना हैं कि दस करोड़ की बात हुई थी, लेकिन पूरा पैसा नहीं मिला। पुलिस के मुताबिक बाबा का एक जवान लड़की से संपर्क था। उसकी छानबीन की जा रही हैं। यही नहीं बाबा का कनेक्शन बाबा राम रहीम और दूसरे बाबाओं से होने की बात भी पुलिस खंगाल रही हैं। 

ये बाबा फिल्में देख कर कई रूप बदलना सीखा लेता था। बाबा जब हरिद्वार जा रहा था तो पुलिस को मुखबिर से पता चल गया था और पकड़ा गया। बाबा ने खुद अपना इकबालिया ब्यान दिया। बाबा ने कई नाम भी बदले थे। बाबा शातिर हैं, इसे किसी का डर नहीं था।