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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री नड्डा और सीएम योगी ने किया अस्पताल का दौरा

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Aug 13, 2017

गोरखपुर के बीआरडी अस्पताल में बच्चों की मौत का सिलसिला जारी है। आज दिमागी बुखार से एक और 4 साल के बच्चे की मौत हो गई। पिछले 3 दिन में ही मौत का आंकड़ा 68 पहुंच गया। इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर पहुंच गए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा भी सीएम योगी के साथ अस्पताल पहुंचे हैं। इस दौरान मीडिया द्वारा सवाल करने पर सीएम ने पत्रकारों से कहा कि कुछ तो शर्म करो।

बाद में मीडिया को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पीएम भी इस घटना से चिंतित हैं और उन्होंने हरसंभव मदद का भरोसा दिया है। पीएम ने स्वास्थ्य मंत्री को गोरखपुर भेजा है। पूरे मामले की जांच आवश्यक है। योगी ने कहा कि इंसेफेलाइटिस के खिलाफ लड़ाई और तेज होगी। मैं मुख्यमंत्री बनने के बाद अब तक 4 बार BRD अस्पताल आ चुका हूं। 9 अगस्त को भी BRD आया था। मैं 1996-97 से इस लड़ाई को लड़ रहा हूं। उन बच्चों के लिए मुझसे ज्यादा संवेदनशील कोई नहीं हो सकता। मैं इंसेफेलाइटिस के खिलाफ सड़क से संसद तक लड़ा। सीएम योगी इस दौरान भावुक भी हुए। योगी ने कहा कि चीफ सेकेट्री की अध्यक्षता में जांच हो रही है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। जांच रिपोर्ट के बाद कार्रवाई होगी।

इससे पहले शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना था कि बच्चे ऑक्सीजन की वजह से नहीं बल्कि गंदगी और बीमारियों से मरे हैं। मुख्यमंत्री ऑक्सीजन की कमी से बच्चों की मौत की खबरों को इंकार करते हुए कहा कि राज्य के मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित समिति प्रकरण की जांच करेगी और किसी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री ने ऑक्सीजन आपूर्तिकर्ता को भुगतान में विलंब के लिए कॉलेज के प्रिसिंपल को दोषी ठहराते हुए कहा कि 9 अगस्त को गोरखपुर प्रवास के दौरान उन्होंने इंसेफेलाइटिस , डेंगू, चिकुनगुनिया, स्वाइन फ्लू और कालाजार जैसे मुददों पर अधिकारियों से बातचीत की थी और उनसे पूछा था कि उनकी आवश्यकता क्या है और क्या उन्हें किसी तरह की कोई समस्या है लेकिन आक्सीजन आपूर्ति से जुड़ा मुद्दा उनके संज्ञान में नहीं लाया गया। उन्होंने कहा, बैठक में मेडिकल कॉलेज के प्रिसिंपल भी मौजूद थे। मैंने पूछा कि कोई मुद्दा हो या समस्या हो तो बताएं, लेकिन वहां ऑक्सीजन को लेकर कोई जिक्र नहीं किया गया। हम लोगों की जानकारी में नहीं लाया गया।