May 14, 2017
रिलायंस जियो ने भारतीय दूरसंचार बाजार में जब से कदम रखा है कई टेलीकॉम कंपनियों को घाटे का सामना करना पड़ रहा है। इसके चलते आइडिया टेलीकॉम को भारी नुकसान सहना पड़ रहा है। आइडिया सेल्यूलर को मार्च में समाप्त चौथी तिमाही में 325.6 करोड़ रुपये का कुल घाटा हुआ है। जबकि, इससे पिछले फायनेंशियल इयर की इसी तिमाही में उसे 449.2 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। कंपनी ने एक बयान में बताया कि उसे लगातार दूसरी तिमाही में घाटा हुआ है. इससे पहले अक्टूबर-दिसंबर 2016 तिमाही में भी कंपनी को 383.87 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध घाटा हुआ था। जबकि इससे पहले अक्टूबर-दिसंबर 2015 में उसे 659.35 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। समीक्षावधि में कंपनी का कुल राजस्व 13.7 प्रतिशत घटकर 8,194.5 करोड़ रुपये रहा जो इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 9,500.7 करोड़ रुपये था।
कंपनी को पहली बार वार्षिक आधार पर भी एकीकृत घाटा हुआ है जो वित्त वर्ष 2016-17 में 404 करोड़ रुपये रहा है जबकि वित्त वर्ष 2015-16 में कंपनी को 2,174.2 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था. इस दौरान कंपनी की वार्षिक आय भी घटकर 35,882.7 करोड़ रुपये रह गई जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 36,162.5 करोड़ रपये रही थी।
आइडिया सेल्यूलर ने एक बयान में कहा है कि अक्टूबर से अप्रैल 2017 की अवधि को दूरसंचार क्षेत्र में अलगाव का समय माना जाना चाहिये, जिसमें दूरसंचार कारोबार के मानदंडों में स्थायी तौर पर बदलाव आया है. गौरतलब है कि पिछले साल सितंबर में रिलायंस जियो ने भारतीय दूरसंचार बाजार में कदम रखा। रिलायंस जियो ने वॉयस कॉल और 4G सेवाओं की निशुल्क शुरुआत की और इस साल मार्च तक अपने फ्री ऑफर्स जारी रखा। - भाषा