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गंगा-कावेरी एक्सप्रेस में डकैतों ने की लूट, दर्जन भर यात्रियों को किया घायल

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Sep 3, 2018

ट्रेन में लूट की वारदातें होना आम बात हो गई है। आए दिन कोई न कोई वारदात  ट्रेन में घटती रहती है। ताजा मामला चेन्नई से पटना जा रही गंगा—कावेरी एक्सप्रेस में लूट का है। जानकारी के अनुसार, रविवार आधी रात के समय इस ट्रेन को डकैतों ने चित्रकूट के पास पनहाई आउटर पर लूट लिया। इतना ही नहीं बदमाशों ने करीब 6 बोगियों में लूट मचाई और लगभग दर्जन भर यात्रियों को चाकू मारकर घायल भी कर दिया। 

3 से एसी 9 तक की बोगियों में की लूटपाट
जानकारी के अनुसार, वारदात को अंजाम देने के बाद डकैत जंगल में भाग गए। बताया जा रहा है कि गंगा—कावेरी एक्सप्रेस ट्रेन नंबर 12669 रात को एक बजकर 5 मिनट पर मानिकपुर से इलाहाबाद के लिए निकली। थोड़ी ही दूर जाने पर पनहाई रेलवे स्टेशन पार करते ही बदमाशों ने ट्रेन की चेन खींच दी और ट्रेन को रोक दिया। जैसे ही ट्रेन रुकी इन डकैतों ने एसी 3 से एसी9 तक की बोगियों में लूटपाट करनी शुरू कर दी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि गार्ड ने कई बार चेन पुलिंग ठीक की, लेकिन जैसे ही ट्रेन  चलने का हॉर्न देती, बदमाश फिर चेन खींच देते। डकैती का विरोध करने वालों को बदमाशों ने चाकू मारकर गंभीर तौर पर घायल कर दिया। लूटपाट की वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश जंगल में भाग गए। 

इलाहाबाद पहुंचने पर पुलिस को मामले की मिली जानकारी 
ट्रेन सुबह तीन बजे पनहारी से इलाहाबाद के लिए रवाना हुई। इलाहाबाद पहुंचने पर पुलिस को मामले की जानकारी दी गई। लूटपाट की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार झा, अपर एसपी बलवंत चौधरी, एसओ मानिकपुर केपी दुबे भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। त्रकूटधाम रेंज के डीआईजी मनोज तिवारी भी मौके पर पहुंच गए हैं। पुलिस ने बदमाशों की तलाश शुरू कर दी है। घायलों को इलाहाबाद में भर्ती कराया गया है। प्रत्यक्षदिर्शयों ने बताया कि यह डकैत सतना से ट्रेन में चढ़े थे। 

बदमाशों ने सात बार ट्रेन की चेन खींची
जानकारी के अनुसार, बदमाशों ने सात बार ट्रेन की चेन खींची। 6 बार तो गार्ड ने इसे ठीक कर दिया, लेकिन जब सातवीं बार चेन खिंची, तो गार्ड को पता  चला कि ट्रेन में डकैत घुस आए हैं। इसके बाद गार्ड अपने कैबिन में भी रहा। जानकारी के अनुसार, ट्रेन में जीआरपी मानिकपुर व इलाहाबाद के दो—दो जवान यात्रियों की सुरक्षा के लिए चलते हैं। लेकिन जब लूटपाट हो रही थी, तब यह  जवान वहां नहीं पहुंचे।