Mar 15, 2020
विश्वभर के अनेक देशों को कोरोना वायरस ने अपनी चपेट में ले लिया है। पीएम मोदी ने एक बार फिर शनिवार रात को ट्वीट करते हुए कहा, 'एक स्वस्थ ग्रह के लिए समय पर कार्रवाई करनी चाहिए। रविवार शाम 5 बजे सार्क (SAARC) देशों के नेता वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना वायरस (COVID-19) की चुनौती से लड़ने के लिए एक रोडमैप पर चर्चा करेंगे। मुझे विश्वास है कि हमारे एक साथ आने से प्रभावी परिणाम प्राप्त होंगे और हमारे देश के नागरिकों को उसका लाभ मिलेगा।
इन मुद्दों पर आज होगी चर्चा
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जिन मुद्दों पर रविवार को चर्चा हो सकती है उसमें नागरिकों के आवागमन को लेकर ज्यादा सतर्कता बरतने से लेकर एक दूसरे को मेडिकल या दवाईयों की मदद पहुंचाने या अनुभव को साझा करना शामिल रहेगा। चूंकि भारत इस क्षेत्र का सबसे बड़ा देश है और उसने सफलतापूर्वक अभी तक कोरोना वायरस के प्रसार को सीमित रखा है, इसलिए पीएम मोदी की तरफ से दूसरे देशों को मदद देने की घोषणा की जा सकती है।
कोरोना वायरस से लड़ने के लिए 15 टन मेडिकल सामग्री की आपूर्ति
कुछ देशों को पहले से ही भारत मदद दे रहा है। मसलन, चीन के शहर वुहान को भारत की तरफ से 26 फरवरी, 2020 को कोरोना वायरस से लड़ने के लिए 15 टन मेडिकल सामग्री की आपूर्ति की गई। इस तरह की मदद ईरान को भी जल्द दी जाएगी। भारत जब चीन व जापान से अपने नागरिकों की निकासी कर रहा था तो बांग्लादेश, मालदीव समेत दूसरे देशों के भी कुछ नागरिकों को निकाला गया। भारत ने सभी सार्क देशों से आग्रह किया था कि अगर उनके किसी नागरिकों को निकालना हो तो जानकारी दे, भारत उसमें मदद करेगा। कुछ देशों ने आग्रह भी किया।