Feb 19, 2024
MILAN-2024 -भारतीय नौसेना पहली बार 19 से 27 फरवरी तक 50 देशों के साथ नौसैनिक अभ्यास करने जा रही है. बड़े पैमाने के इस अभ्यास 'मिलान-24' में 18 युद्धपोतों और विमानों का बेड़ा शामिल होगा जो समुद्र और बंदरगाह पर सैन्य अभ्यास करेंगे। इस अभ्यास का उद्देश्य देश के नौसैनिक हितों की रक्षा करना है। यह सैन्य अभ्यास एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक होगा।
58 देशों को आमंत्रित किया गया...
भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार ने कहा कि अब तक के सबसे बड़े नौसैनिक अभ्यास के लिए 58 देशों को आमंत्रित किया गया है, जिनमें से 50 ने अपनी भागीदारी की पुष्टि की है। सोमवार से शुरू होने वाला नौ दिवसीय सैन्य अभ्यास मिलान-24 का 12वां संस्करण व्यावहारिक रूप से भारत-प्रशांत क्षेत्र में रणनीति को कड़ा करेगा और परीक्षण करेगा कि समुद्र को कैसे सुरक्षित और मुक्त रखा जाए।
सुरक्षा बहुत महत्वपूर्ण है-
पूर्वी नौसेना कमान ने एक्स पर तैनात वियतनामी नौसेना के कार्वेट-20 और अमेरिकी नौसेना के यूएसएस हैल्सी (डीडीजी-97) का स्वागत किया है। दोनों देशों के युद्धपोत विशाखापत्तनम पहुंच गए हैं. गहरे समुद्र में सुरक्षा बढ़ाने के लिए मिलान एक अच्छा प्लेटफॉर्म साबित होगा. इस क्षेत्र में किसी भी प्रकार की सुरक्षा विभिन्न देशों के विकास, वाणिज्य और समृद्धि के लिए बहुत महत्वपूर्ण साबित होगी।
Report BY - Ankit Tiwari