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जेल से छूटने के बाद दोबारा सीएम बने और बहुमत भी साबित किया, इस दिग्गज के पक्ष में 45 वोट पड़े।

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Jul 8, 2024

झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने अपने तीसरे कार्यकाल के लिए बहुमत साबित कर दिया है. विधानसभा में उनके पक्ष में 45 वोट पड़े. अब वह अपने तीसरे कार्यकाल में कैबिनेट का विस्तार करेंगे. आज करीब साढ़े तीन बजे राजभवन में उनके मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी. शपथ ग्रहण समारोह राजभवन के बिरसा मंडप में आयोजित किया गया है. इस बीच, हेमंत सोरेन के मंत्रिमंडल में शामिल मंत्रियों को लेकर अटकलें शुरू हो गई हैं.

रविवार को सीएम हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में सत्ता पक्ष के विधायकों की बैठक हुई. इस बैठक में सोमवार को विधानसभा के विशेष सत्र को लेकर चर्चा की गयी और रणनीति बनायी गयी. भूमि घोटाला मामले में जमानत पर रिहा होने के बाद हेमंत सोरेन तीसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने हैं और गुरुवार को उन्होंने शपथ ली.  हालांकि उन्हें उस दिन अपने साथ मंत्रियों की शपथ लेने के लिए कहा गया था, लेकिन बाद में हेमंत सोरेन ने अकेले ही सीएम पद की शपथ ली. चंपई सोरेन ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था और हेमंत सोरेन को सर्वसम्मति से ग्रैंड अलायंस ने अपना नेता चुना था.

सीएम हेमंत सोरेन सोमवार को सबसे पहले विधानसभा में विश्वास मत हासिल करने के लिए प्रस्ताव पेश करेंगे. राजनीतिक पंडितों का कहना है कि हेमंत सोरेन को विश्वास मत हासिल करने में कोई दिक्कत नहीं होगी क्योंकि महागठबंधन के पास पर्याप्त संख्या बल है.

फिलहाल झारखंड में विधायकों की कुल संख्या 76 है. विधानसभा में विश्वास मत हासिल करने के लिए हेमंत सोरेन को 39 विधायकों की जरूरत होगी. हेमंत सोरेन की पार्टी के पास 44 विधायक हैं. विधायकों ने राज्यपाल को हेमंत सोरेन के समर्थन का पत्र सौंपा.

इन लोगों को मंत्री बनाया जा सकता है

विधानसभा में विश्वास मत हासिल करने के बाद राजभवन में कैबिनेट का विस्तार किया जाएगा. जिन विधायकों को मंत्री बनाया जाएगा उन्हें राज्यपाल मंत्री पद की शपथ दिलाएंगे. कांग्रेस कोटे से विधायक इरफान अंसारी को मंत्री बनाया जा सकता है. इसके साथ ही कयास लगाए जा रहे हैं कि सीएम की पत्नी कल्पना सोरेन को भी कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है.

टेंडर घोटाले के बाद कांग्रेस कोटे के मंत्री आलमगीर ने इस्तीफा दे दिया. इससे कांग्रेस कोटे से केवल तीन मंत्री बढ़ गये हैं. इस बीच अटकलें हैं कि इरफान अंसारी को मंत्री बनाया जा सकता है. क्योंकि वह कांग्रेस का एकमात्र अल्पसंख्यक चेहरा हैं.

झामुमो के कोटे से कल्पना सोरेन, बसंत सोरेन, हफीजुल अंसारी, मिथिलेश ठाकुर, बेबी देवी और दीपक बिरुआ को कैबिनेट में शामिल किये जाने की संभावना है. विधानसभा चुनाव से पहले लैंगिक समानता हासिल करने के लिए अनुसूचित जाति के बैद्यनाथ राम को भी मंत्री बनाया जा सकता है. इसके अलावा राजद विधायक सत्यानंद भोक्ता को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है.

Report By:
Devashish Upadhyay.