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अमित शाह ने त्रिपुरा कानून व्यवस्था पर उठाए सवालिया प्रश्नचिन्ह!

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Feb 12, 2018

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह हमेशा से ही राजनीतिक वार करने में आगे रहते है। और इसी कारण वह मीडिया में चर्चा में बने रहते है। हाल ही में अमित शाह ने त्रिपुरा में प्रेस के सामने राज्य की कानून व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह खडे कर दिए है। शाह का कहना है कि त्रिपुरा में कानून-व्यवस्‍था की स्थिति बेहद खराब हो चुकी है। 

गौरतलब है कि यह सब शाह ने इसीलिए किया क्योंकि हाल ही में एक ऐसा केस सामने आया जिससे कही न कहीं त्रिपुरा की कानून व्यवस्था पर सवाल उठ खड़े हो गए। बीजेपी अध्यक्ष ने त्रिपुरा की ख़राब कानून व्यवस्था का जिक्र करते हुए कहा कि पार्टी के एक बूथ कार्यकर्ता का अपहरण कर लिया गया। जब दो दिन बाद तक उसका सुराग नहीं मिला तो हमारे कार्यकर्ताओं ने डीजीपी पर दबाव बनाया तब हमें पता लगा कि सीपीआईएम कैडर द्वारा उसकी हत्या कर दी गई है और उसे पेड़ पर लटका दिया है। शाह ने यहां की अथॉरिटी पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के दबाव में काम करने का भी आरोप लगाया।

दरअसल भाजपा अपनी सत्ता की बिसात बिछाने में लगी हुई ​है। और जैसा की आप जानते है कि भाजपा अपनी सत्ता को बढाने के लिए आएदिन किसी न किसी मुद्दे को जो विपक्षी पार्टियों से जुडी है उसे उठाने का निरंतर प्रयास कर रही है। त्रिपुरा में अपनी जीत के लिए भाजपा बहुत मेहनत कर रही है। प्रेस के सामने अमित शाह ने बयान दिया है कि त्रिपुरा में अब बीजेपी की सरकार बनेगी। हम हर घर में रोजगार और शुद्ध पानी देंगे, राज्य में सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें लागू करने के साथ ही उन्होंने त्रिपुरा के लोगों के लिए स्मार्टफोन योजना लाने का भी वादा किया। यही नहीं शाह ने त्रिपुरा के लिए केंद्र सरकार द्वारा 950 करोड़ रुपये अलग से दिए जाने का भी उल्लेख किया। वहीं बेटियों के लिए ग्रेजुएशन तक फ्री शिक्षा देने की भी बात कही। लेकिन एक ओर जहां भाजपा निरंतर जनता से वादे करती जा रही है वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस उसे वादाखिलाफी का दर्जा दे रही है।