Mar 15, 2020
बीजेपी के जाने माने नेताओं ने राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात कर कहा कि कांग्रेस सरकार अल्पमत में है, आप सरकार को निर्देश दें कि वह फ्लोर टेस्ट करवाये। जहां इसके बाद से राजभवन विधि विशेषज्ञों को बुलाकर कानूनी संभावनाओं को टटोल रहा है। वहीं इस बात का पता चला है कि कानून के जानकार कहते हैं कि जब राज्यपाल को संदेह हो जाए कि सरकार के पास बहुमत नहीं है तो वह फ्लोर टेस्ट का निर्देश जारी किया जा सकता है। वहीं जबकि राज्यपाल इस बात से संतुष्ट हो जाएं कि वाकई संवैधानिक संकट की स्थिति बन गई है, सरकार बहुमत खो चुकी है। भाजपा नेताओं ने फ्लोर टेस्ट की वीडियोग्राफी के लिए भी राज्यपाल से अनुरोध कर रहे है। जहां इस मौके पर शिवराज सिंह चौहान के अलावा के गोपाल भार्गव, नरोत्तम मिश्रा, भूपेंद्र सिंह शामिल थे।
सरकार खो चुकी है बहुमत
जानकारी के अनुसार कानून के जानकार कहते हैं कि जब राज्यपाल को संदेह हो जाए कि सरकार के पास बहुमत नहीं है तो वह फ्लोर टेस्ट का निर्देश दे सकता है। जहां इस बात का पता चला है कि राज्यपाल इससे संतुष्ट हो जाएं कि वाकई संवैधानिक संकट की स्थिति बन गई है, सरकार बहुमत खो चुकी है।
22 विधायकों ने सौंपा इस्तीफा
वहीं सूत्रों का कहना है कि 22 विधायकों ने मध्य प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष को इस्तीफा सौंपा था, लेकिन उसे स्वीकार नहीं किया जाएगा। जहां एमपी में ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा के खेमे में जाने और 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद अब कमलनाथ सरकार के अस्तित्व पर संकट मंडरा रहा है। प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने इस्तीफा देने वाले सभी विधायकों को नोटिस जारी कर पेश होने के लिए कहा है। बताया जा रहा है कि विधानसभा अध्यक्ष ने बेंगलुरु में मौजूद कांग्रेस के विधायकों को नोटिस दिए हैं। विधायकों को 15 तारीख तक जवाब देना है।