Feb 19, 2018
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू आज प्लेटिनम जुबली समारोह में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि बीफ या किस फेस्टिवल मनाने का कोई औचित्य नहीं है। अगर आपको किस करना है तो कीजिए, इसके लिए फेस्टिवल आयोजित करने या किसी की इजाजत लेने की क्या जरूरत है।
गौरतलब है कि उप राष्ट्रपति आज आर. ए. पोद्दार कॉलेज ऑफ कामर्स एंड इकोनॉमिक्स के प्लेटिनम जुबली समारोह में उपस्थित थे उसी दौरान उन्होनें कहा कि हमें भारतीय होने पर गर्व होना चाहिए हमें जाति, संप्रदाय, धर्म और लिंग के आधार पर सोच को खत्म करना चाहिए। इस देश में समस्या तब शुरू होती है जब लोग यहां विभाजन उत्पन्न करते हैं। हम सभी को अभिन्न तरीके से सोचना चाहिए और महसूस करना चाहिए कि हम एक हैं। इसी तरह अफजल गुरु का भी मामला है लोग उसका नाम जपते रहते हैं ये क्या हो रहा है? उसने हमारी संसद को उड़ाने की कोशिश की थी।
बता दें कि पिछले साल भी वेंकैया नायडू ने खुद को मांसाहारी बताते हुए कहा था कि खाना हर किसी व्यक्ति की पसंद-नापसंद से जुड़ा निजी मामला है बीजेपी किसी को शाकाहारी नहीं बनाना चाहती है कुछ पागल लोग ऐसी बातें किया करते हैं कि भारतीय जनता पार्टी सभी को शाकाहारी बनाना चाहती है हालांकि ऐसा बिल्कुल नहीं है लोग क्या खाना पसंद करते हैं और क्या नहीं यह उनकी अपनी चॉइस का मामला है कुछ लोग बेकार में इस मुद्दे को राजनीतिक चश्मे से देख रहे हैं।